Nagchandreshwar Temple,नागपंचमी के अवसर पर महाकाल मंदिर में लाखों भक्तों के दर्शन के लिए जिला प्रशासन और मंदिर समिति द्वारा विशेष इंतजाम किए गए हैं।
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इस खबर की महत्वपूर्ण बातें
- नागपंचमी पर महाकाल मंदिर में लाखों भक्तों के दर्शन हेतु विशेष इंतजाम
- लाखों भक्तों की भीड़ में अद्वितीय व्यवस्था: नागपंचमी पर महाकाल में दर्शन का महोत्सव
- महाकाल मंदिर की सुरक्षा और व्यवस्था पर उठे सवाल: नागपंचमी पर लाखों भक्तों की उम्मीद
महाकाल मंदिर में नागपंचमी पर्व की तैयारियों ने जोर पकड़ लिया है। इस बार 9 अगस्त को होने वाले इस महोत्सव में लाखों श्रद्धालुओं के दर्शन की उम्मीद जताई जा रही है। जिला प्रशासन, पुलिस, और महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने मिलकर भक्तों के लिए कई विशेष इंतजाम किए हैं, ताकि उन्हें किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े।
नागपंचमी के इस पर्व पर, भगवान नागचंद्रेश्वर और भगवान महाकालेश्वर के दर्शन के लिए विशेष लाइन की व्यवस्था की जाएगी। महाकाल मंदिर के शीर्ष पर स्थित भगवान नागचंद्रेश्वर के मंदिर के पट, जो साल में एक बार ही खुलते हैं, गुरुवार-शुक्रवार की मध्यरात्रि को 12 बजे खोले जाएंगे। इन पवित्र दरवाजों को खोलने के बाद, पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनितगिरी महाराज, कलेक्टर और मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष नीरज कुमार सिंह द्वारा प्रथम पूजन और अभिषेक किया जाएगा।
खुल गए भगवान Nagchandreshwar Mandir के पट! श्रद्धालुओं की भीड़ से मंदिर परिसर गूंज उठा
इस विशेष आयोजन के लिए, ट्रैफिक की व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए गुरुवार 8 अगस्त और शुक्रवार 9 अगस्त को डायवर्शन और पार्किंग की व्यवस्था की गई है। हरिफाटक टी से लेकर महाकाल घाटी चौराहे तक के मार्गों पर 8 अगस्त की शाम 4 बजे से वाहनों का प्रवेश पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा। इस तरह के प्रतिबंधित मार्गों की पूरी सूची तैयार की गई है, ताकि ट्रैफिक को आसानी से नियंत्रित किया जा सके।
डायवर्शन और पार्किंग के लिए प्रशासन ने विशेष इंतजाम किए हैं। बडनगर, नागदा, आगर, मक्सी, देवास, भोपाल, और इंदौर से आने वाले वाहनों के लिए अलग-अलग पार्किंग स्थल निर्धारित किए गए हैं। प्रशासन ने नागपंचमी के दिन मंदिर आने वाले भक्तों के लिए कई पार्किंग स्थलों की व्यवस्था की है। यदि कोई मुख्य पार्किंग स्थल भर जाता है, तो आकस्मिक पार्किंग स्थलों का उपयोग किया जाएगा।
नागपंचमी के इस विशेष पर्व पर भक्तों को दर्शन की कतारों में व्यवस्थित करने के लिए विशेष मार्ग निर्धारित किए गए हैं। कर्कराज पार्किंग से शुरू होकर भक्तगण मंदिर में प्रवेश करेंगे और भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन कर सकेंगे।
इस विशाल भीड़ और वाहनों के लिए, प्रशासन ने भारी वाहनों के डायवर्शन की व्यवस्था भी की है। इंदौर, देवास, और अन्य स्थानों से आने वाले दोपहिया वाहनों के लिए भी विशेष पार्किंग स्थल तय किए गए हैं। इस तरह के व्यापक इंतजामों से उम्मीद है कि लाखों श्रद्धालुओं को बिना किसी बाधा के भगवान महाकाल और नागचंद्रेश्वर के दर्शन प्राप्त हो सकेंगे।
#WATCH | Madhya Pradesh: Portals of Nagchandreshwar temple in Ujjain opened at midnight on the occasion of #NaagPanchami2024
The portals of this temple are opened once a year on the day of Naag Panchami. A large number of devotees offered prayers here on this occasion. pic.twitter.com/JxGAo23dH7
— ANI (@ANI) August 9, 2024
पूछे जाने वाले प्रश्न
- नागपंचमी पर महाकाल मंदिर के पट कब खोले जाएंगे? गुरुवार-शुक्रवार की मध्यरात्रि 12 बजे महाकाल मंदिर के पट खोले जाएंगे।
- भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए क्या विशेष व्यवस्था की गई है? भगवान नागचंद्रेश्वर के दर्शन के लिए अलग से लाइन लगाई जाएगी और सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
- नागपंचमी के दिन ट्रैफिक व्यवस्था कैसी होगी? 8 और 9 अगस्त को ट्रैफिक व्यवस्था के लिए विशेष डायवर्शन और पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
- क्या नागपंचमी पर महाकाल मंदिर में भारी भीड़ की संभावना है? हां, इस दिन लगभग 10 लाख श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए मंदिर आने की संभावना जताई जा रही है।
- यदि मुख्य पार्किंग स्थल भर जाते हैं तो क्या होगा? यदि मुख्य पार्किंग स्थल भर जाते हैं, तो प्रशासन द्वारा निर्धारित आकस्मिक पार्किंग स्थलों का उपयोग किया जाएगा।
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