सिंहस्थ 2028 से पहले Freenganj bridge Ujjain के समानांतर नया ब्रिज बनाने में रेलवे का पॉवर हाउस सबसे बड़ी बाधा बन गया है। इसे शिफ्ट करना जरूरी है, जिससे ब्रिज निर्माण अधर में लटक गया है।

Freenganj bridge ujjain : रेलवे-pwd टकराव की सच्चाई
Freenganj bridge ujjain : रेलवे-pwd टकराव की सच्चाई

इस खबर की महत्वपूर्ण बातें

  1. फ्रीगंज ओवरब्रिज निर्माण: रेलवे और लोक निर्माण विभाग के बीच शिफ्टिंग पर विचार
  2. सिंहस्थ 2028 से पहले फ्रीगंज ब्रिज निर्माण में रेलवे का बड़ा रोड़ा!
  3. रेलवे की शिफ्टिंग पर अटका फ्रीगंज ओवरब्रिज, जनता में रोष

रेलवे और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के बीच Freenganj Bridge Ujjain के समानांतर नए ब्रिज के निर्माण के मुद्दे पर गहन चर्चा हो रही है। सिंहस्थ 2028 से पहले इस ब्रिज का निर्माण आवश्यक है, लेकिन रेलवे का पॉवर हाउस एक बड़ी बाधा बन गया है। इस पॉवर हाउस को शिफ्ट करना आवश्यक है क्योंकि यह मुख्य रेलवे स्टेशन की लाइन से जुड़ा है। यह शिफ्टिंग न होने के कारण ब्रिज की योजना अधर में लटक गई है और पीडब्ल्यूडी टेंडर जारी नहीं कर पा रहा है।

Freenganj Bridge Ujjain रेलवे के कारण रुका फ्रीगंज ब्रिज, क्या सिंहस्थ 2028 से पहले होगा पूरा?

फ्रीगंज में नया समानांतर ओवरब्रिज बनाना एक बड़ी चुनौती बन गया है। सिंहस्थ 2028 से पहले इसे बनाना जरूरी है, लेकिन दूसरी ओर ब्रिज निर्माण की राह में नई-नई परेशानियां सामने आ रही हैं। सूत्रों के अनुसार, रेलवे ने लोक निर्माण विभाग सेतु मुख्यालय भोपाल को बताया है कि मक्सी रोड की तरफ फ्रीगंज से लगे हिस्से में जिस जगह ब्रिज का निर्माण होना है, वहां रेलवे स्टेशन का पॉवर हाउस है। इसे दूसरी जगह शिफ्ट करना आवश्यक है क्योंकि पॉवर हाउस का कनेक्शन रेलवे स्टेशन से है और इसका चालू रहना जरूरी है।

रेलवे के इस पत्र ने पीडब्ल्यूडी को भी संकट में डाल दिया है। ब्रिज निर्माण के लिए एनआईटी (नोटिस इनविटिंग टेंडर) को मंजूरी के लिए उज्जैन से भोपाल मुख्यालय भेजा जा चुका है। रेलवे के पत्र के कारण एनआईटी की मंजूरी भी अभी रोकी गई है।

लोक निर्माण विभाग सेतु और रेलवे के अधिकारी अब पॉवर हाउस को दूसरी जगह शिफ्ट करने के मुद्दे पर काम कर रहे हैं। प्रशासन भी इसमें सक्रिय है। तत्कालीन शिवराज सरकार ने जुलाई 2023 में Freenganj bridge Ujjain , के लिए 91.78 करोड़ रुपए की मंजूरी दी थी। बाद में ब्रिज की जगह बदलने से नई डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार की गई और एनआईटी का मसौदा भोपाल मुख्यालय भेजा गया।

ब्रिज को चामुंडा माता मंदिर चौराहे के पास आगर रोड साइड से फ्रीगंज की ओर डॉ. भोरास्कर के सामने मक्सी रोड तक बनाया जाएगा। इसे पहले 40 फीट चौड़ा बनाने की योजना थी, लेकिन बाद में इसकी चौड़ाई करीब 50 फीट करने पर सहमति बनी। रेलवे द्वारा किए गए सर्वे में यह बात सामने आई है कि ब्रिज की चौड़ाई बढ़ाने से पॉवर हाउस भी इसकी सीमा में आ रहा है, जिससे इसे शिफ्ट करना अनिवार्य हो गया है।

पूछे जाने वाले प्रश्न

  1. फ्रीगंज ओवरब्रिज का निर्माण कब तक पूरा होगा? सिंहस्थ 2028 से पहले फ्रीगंज ओवरब्रिज का निर्माण पूरा करने की योजना है।
  2. ब्रिज निर्माण में सबसे बड़ी बाधा क्या है? सबसे बड़ी बाधा रेलवे का पॉवर हाउस है, जिसे शिफ्ट करना आवश्यक है।
  3. पॉवर हाउस का कनेक्शन कहां है? पॉवर हाउस का कनेक्शन मुख्य रेलवे स्टेशन की लाइन से है।
  4. ब्रिज की चौड़ाई कितनी होगी? ब्रिज की चौड़ाई करीब 50 फीट होगी।
  5. एनआईटी की मंजूरी क्यों रोकी गई है? रेलवे के पत्र के कारण एनआईटी की मंजूरी फिलहाल रोकी गई है।

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