Gambhir Dam का जलस्तर चिंताजनक स्तर पर आ गया है। पिछले साल की तुलना में इस बार जलस्तर में भारी कमी देखी गई है, जिससे शहर में पानी की आपूर्ति पर संकट मंडरा रहा है।
इस खबर की महत्वपूर्ण बातें
- गंभीर डेम का जलस्तर चिंताजनक रूप से घटा
- सिर्फ पांच दिनों में गंभीर डेम से गायब हुए 16 एमसीएफटी पानी!
- सरकारी नीतियों की विफलता: गंभीर डेम में पानी की कमी का खतरा
उज्जैन: इस वर्ष बारिश के मौसम में Gambhir Dam की स्थिति अत्यंत गंभीर बनी हुई है। पिछले साल इसी समय डेम पूरी तरह से भर चुका था, जबकि इस बार जलस्तर में बढ़ोतरी की बजाय भारी कमी देखी जा रही है। पांच दिनों के अंतराल में डेम के जलस्तर में 16 एमसीएफटी की कमी आई है। आज सुबह हुई बारिश से थोड़ी राहत की उम्मीद है, लेकिन डेम की मौजूदा स्थिति को देखते हुए यह राहत भी अस्थायी साबित हो सकती है।
वर्तमान में डेम में केवल 404 एमसीएफटी पानी बचा है, जो शहर की जल आवश्यकताओं को मात्र एक महीने तक पूरा कर सकेगा। पीएचई के अधिकारियों के अनुसार, पिछले साल 27 जुलाई तक डेम में 1955 एमसीएफटी पानी था। इस बार जलस्तर में कमी और जल खपत की दर पीएचई के लिए चिंता का विषय बन गई है।
उज्जैन शहर में रोजाना 5 एमसीएफटी से अधिक पानी की खपत हो रही है, जिसके चलते जलस्तर तेजी से घट रहा है। इस बार शहर में कम बारिश हुई है, अब तक मात्र 284 मिलीमीटर (11 इंच) बारिश दर्ज की गई है, जो औसत बारिश के मुकाबले काफी कम है।
जलस्तर की स्थिति:
- 24 जुलाई: डेम में 420 एमसीएफटी पानी था।
- 27 जुलाई: जलस्तर घटकर 404 एमसीएफटी रह गया।
- 16 एमसीएफटी पानी पांच दिनों में कम हो गया।
भविष्य की चुनौतियाँ:
इंदौर और उसके आसपास के क्षेत्रों में तेज बारिश का इंतजार है। यशवंत सागर के गेट खोलने पर ही गंभीर डेम में पानी भर सकेगा। वर्तमान में शहर में तेज बारिश नहीं हुई है, जिससे जल संकट गहरा गया है।
तीन दिन की जल स्थिति:
- 24 जुलाई: 420 एमसीएफटी (पिछले साल 1904 एमसीएफटी)
- 25 जुलाई: 415 एमसीएफटी (पिछले साल 1938 एमसीएफटी)
- 27 जुलाई: 404 एमसीएफटी (पिछले साल 1955 एमसीएफटी)
उज्जैन शहर में जल संकट को लेकर नागरिकों में चिंता बढ़ रही है। पीएचई अधिकारियों के मुताबिक, अगर जल्द ही भारी बारिश नहीं हुई तो शहर को पानी की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
पूछे जाने वाले प्रश्न
- गंभीर डेम में पानी की स्थिति क्या है? गंभीर डेम में वर्तमान में केवल 404 एमसीएफटी पानी बचा है, जो एक महीने की जल आपूर्ति के लिए पर्याप्त है।
- पिछले साल के मुकाबले इस साल जलस्तर में कितना अंतर है? पिछले साल 27 जुलाई तक डेम में 1955 एमसीएफटी पानी था, जबकि इस साल केवल 404 एमसीएफटी पानी बचा है।
- शहर की दैनिक जल खपत कितनी है? उज्जैन शहर की दैनिक जल खपत 5 एमसीएफटी से अधिक है।
- जलस्तर में कमी के कारण क्या हैं? इस साल कम बारिश हुई है, जिससे जलस्तर में भारी कमी आई है। अब तक मात्र 284 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
- क्या उम्मीद की जा रही है कि जलस्तर में सुधार होगा? इंदौर और आसपास के क्षेत्रों में तेज बारिश होने पर ही यशवंत सागर से पानी मिल सकेगा, जिससे गंभीर डेम का जलस्तर बढ़ सकेगा।
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