प्रशासनिक संकुल में मंगलवार को हुई जनसुनवाई में कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और अन्य अधिकारियों ने आम नागरिकों की विभिन्न समस्याओं को सुना और उनका निराकरण किया।
इस खबर की महत्वपूर्ण बातें
- जनसुनवाई में नागरिकों ने बताई समस्याएं, कलेक्टर ने दिए समाधान के निर्देश
- प्रशासनिक जनसुनवाई में खुलासे: किसी ने भूमि विवाद तो किसी ने सम्मान निधि की शिकायत
- जनसुनवाई में प्रशासन पर उठे सवाल: किसानों को क्यों नहीं मिल रही सम्मान निधि?
उज्जैन: प्रशासनिक संकुल में मंगलवार को आयोजित जनसुनवाई में कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और अन्य अधिकारियों ने आम जनता की समस्याओं को सुना और उनके समाधान के लिए आवश्यक निर्देश दिए। जनसुनवाई में ग्राम बोडानी की कमलाबाई ने कलेक्टर को अपनी भूमि के सीमांकन न होने की समस्या बताई, जिस पर कलेक्टर ने तहसीलदार उज्जैन को तत्काल प्रकरण का निराकरण करने के निर्देश दिए।
उज्जैन निवासी मोहनलाल परमार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत मई 2022 तक प्राप्त राशि के बाद खाते में कोई राशि न आने की शिकायत की। कलेक्टर सिंह ने अधीक्षक भू अभिलेख को मामले की जांच कर पात्रतानुसार योजना का लाभ देने के निर्देश दिए।
Ujjain Jan Sunwai में भूमि विवाद, अवैध कब्जे और सम्मान निधि की समस्याओं का तुरंत समाधान
जनसुनवाई में अन्य आवेदकों ने भी अपनी समस्याएं रखीं। महिदपुर तहसील के ग्राम पिपल्याधूमा निवासी हरिराम ने ऋण पुस्तिका गुम होने के कारण कृषि सम्बन्धी कार्यों में परेशानी की बात कही। तहसीलदार झारड़ा को नई ऋण पुस्तिका बनाने के निर्देश दिए गए। पाताखेड़ी तहसील झारड़ा निवासी नौजानबाई ने कृषि भूमि पर अवैध कब्जे की शिकायत की, जिस पर तहसीलदार झारड़ा को जांच कर उचित कार्यवाही के निर्देश मिले।
ग्राम झुटावद तहसील महिदपुर निवासी जगदीशचंद्र ने बताया कि उनके पौते ने धोखे से उनकी जमीन बेच दी और उन्हें घर से निकालने की कोशिश की। एसडीएम महिदपुर को मामले की जांच कर कार्यवाही के निर्देश दिए गए। ग्राम रूई तहसील घट्टिया निवासी तेजराम ने पत्नी की मृत्यु के बाद आर्थिक सहायता की मांग की। मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान के प्रभारी अधिकारी को नियमानुसार कार्यवाही के निर्देश दिए गए।
ग्राम भीड़ावद तहसील बडऩगर निवासी जीवन सिंह ने कृषि भूमि पर अवैध निर्माण और अतिक्रमण की शिकायत की। तहसीलदार बडऩगर को मामले की जांच कर कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए। तहसील नागदा निवासी 85 वर्षीय गीताबाई ने बताया कि उनके बेटों ने उनके मकान पर कब्जा कर उन्हें घर से निकाल दिया। कलेक्टर सिंह ने नागदा एसडीएम को भरण पोषण अधिनियम के तहत तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिए।
प्रशासनिक संकुल में हुई इस जनसुनवाई में कई नागरिकों की समस्याओं का समाधान निकाला गया। उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने आश्वासन दिया कि सभी आवेदनों पर शीघ्रता से कार्यवाही की जाएगी और जनसुनवाई के माध्यम से जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाएगा।
पूछे जाने वाले प्रश्न
- जनसुनवाई में कौन-कौन शामिल हुए? कलेक्टर नीरज कुमार सिंह और अन्य प्रशासनिक अधिकारी शामिल हुए।
- कमलाबाई की क्या समस्या थी? उनकी भूमि का सीमांकन नहीं हो पा रहा था।
- मोहनलाल परमार की शिकायत क्या थी? प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत मई 2022 के बाद से राशि नहीं मिली थी।
- जगदीशचंद्र की क्या समस्या थी? उनके पौते ने उनकी जमीन बेच दी और उन्हें घर से निकालने की कोशिश की।
- तेजराम ने किस प्रकार की सहायता मांगी? उन्होंने अपनी पत्नी की मृत्यु के बाद आर्थिक सहायता की मांग की।
इस प्रकार, प्रशासनिक संकुल में जनसुनवाई के माध्यम से नागरिकों की समस्याओं को सुना गया और उनके समाधान के लिए तत्परता से कार्यवाही के निर्देश दिए गए।
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