Shravan Mahotsav 2024 के प्रथम दिवस पर मुंबई के पं. रतन मोहन शर्मा के शास्त्रीय गायन, उज्जैन की श्री गेबी साहब ताल वाद्य कचहरी के समूह तबला वादन, और सुश्री ऐश्वर्या शर्मा के कथक नृत्य ने समा बाँध दिया।

शिवमयी हुआ Shravan Mahotsav शास्त्रीय संगीत, तबला वादन और कथक की रंगारंग प्रस्तुति से झूम उठे दर्शक
शिवमयी हुआ Shravan Mahotsav शास्त्रीय संगीत, तबला वादन और कथक की रंगारंग प्रस्तुति से झूम उठे दर्शक (Image credit : Shri Mahakaleshwar Ujjain)

इस खबर की महत्वपूर्ण बातें

  1. श्रावण महोत्सव 2024 के प्रथम दिवस की सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ
  2. मुंबई के पं. रतन मोहन शर्मा के गायन से गूँजा श्रावण महोत्सव
  3. उज्जैन में श्रावण महोत्सव की पहली रात विवादित कथक प्रस्तुति

Shravan Mahotsav के प्रथम दिवस की सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ

Shravan Mahotsav 2024 के प्रथम दिवस पर मुंबई के प्रसिद्ध शास्त्रीय गायक पं. रतन मोहन शर्मा, उज्जैन की संस्था श्री गेबी साहब ताल वाद्य कचहरी के समूह तबला वादन और उज्जैन की सुश्री ऐश्वर्या शर्मा के कथक नृत्य ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस वर्ष का महोत्सव श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के गौरवशाली आयोजन के तहत मनाया जा रहा है।

महोत्सव की शुरुआत दीप प्रज्जवलन से हुई, जिसमें मुख्य अतिथि श्रीमती कलावती यादव, अध्यक्ष नगर पालिका निगम, उज्जैन, श्री अनिल जैन कालूहेडा, विधायक उज्जैन (उत्तर), श्री विजयशंकर पुजारी और श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर श्री नीरज कुमार सिंह शामिल थे। दीप प्रज्जवलन के पश्चात सभी अतिथियों का स्वागत और सम्मान दुपट्टा, प्रसाद व स्मृति चिन्ह देकर किया गया।

पहली प्रस्तुति पं. रतन मोहन शर्मा के शास्त्रीय गायन की थी, जिन्होंने अपनी गायन शैली से दर्शकों को मोहित कर दिया। उन्होंने बंदिश से शुरुआत की और फिर ठुमरी, भजन और हवेली संगीत की प्रस्तुति दी। उनके साथ पखावज पर पं. श्री अखिलेश गुन्देचा, तबला संगत श्री रामेन्द्र सोलंकी, हारमोनियम पर श्री अभिनव रावदे, और गायन सहयोगी श्री स्वर शर्मा व श्री मानस रंजन ने संगत की।

दूसरी प्रस्तुति श्री गेबी साहब ताल वाद्य कचहरी के समूह तबला वादन की थी, जिसे पं. श्री रामचन्द्र चौहान ने निर्देशित किया। इस समूह ने पखावज, ढोलक, घटम, परकशन, डफ जैसे वाद्यों के साथ विविध प्रकार की प्रस्तुति दी। समूह में पखावज पर श्री विकास उपाध्याय, तबला वादन पर श्री राहुल पवांर, श्री हर्ष काले, श्री शक्ति नागर, श्री मानस बंसल, परकशन पर श्री रितिक योगी, श्री हुपेश भाटिया, घटम पर श्री सार्थक गोखले, ढोलक पर श्री उज्जवल, बेस ड्रम पर श्री आशीष भाटिया शामिल थे।

अंतिम प्रस्तुति उज्जैन की सुश्री ऐश्वर्या शर्मा के कथक नृत्य की थी, जिन्होंने शिव वंदना से शुरुआत की। इसके बाद उन्होंने तीनताल में पारंपरिक कथक नृत्य की विभिन्न शैलियों का प्रदर्शन किया। तकनीकी पक्ष के उपरांत उन्होंने ठुमरी “मोहे छोडो ना नन्द की सुनो ओ छेला…” की भावपूर्ण प्रस्तुति से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। सुश्री शर्मा के साथ सितार पर सुश्री विनीता माहुरकर, तबला संगत पर श्री अरुण कुशवाह, हारमोनियम और गायन पर श्री आस्तिक उपाध्याय, और पढंत पर सुश्री सुष्मिता पवार ने संगत की।

कार्यक्रम के प्रारंभ में मंच संचालन श्री दीपक कोडापे ने किया, जिन्होंने पूरे कार्यक्रम को कुशलतापूर्वक संचालित किया।

पूछे जाने वाले प्रश्न

  1. श्रावण महोत्सव 2024 का मुख्य आकर्षण क्या था? मुंबई के पं. रतन मोहन शर्मा के शास्त्रीय गायन, उज्जैन की संस्था श्री गेबी साहब ताल वाद्य कचहरी के समूह तबला वादन और सुश्री ऐश्वर्या शर्मा के कथक नृत्य ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
  2. महोत्सव की शुरुआत कैसे हुई? महोत्सव की शुरुआत दीप प्रज्जवलन से हुई, जिसमें मुख्य अतिथि और श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के सदस्यों ने भाग लिया।
  3. समूह तबला वादन की प्रस्तुति किसके निर्देशन में हुई? समूह तबला वादन की प्रस्तुति पं. श्री रामचन्द्र चौहान के निर्देशन में हुई।
  4. सुश्री ऐश्वर्या शर्मा ने किस प्रकार का नृत्य प्रस्तुत किया? सुश्री ऐश्वर्या शर्मा ने कथक नृत्य प्रस्तुत किया, जिसमें शिव वंदना, तीनताल और ठुमरी शामिल थे।
  5. महोत्सव के प्रारंभ में मंच संचालन किसने किया? महोत्सव के प्रारंभ में मंच संचालन श्री दीपक कोडापे ने किया।

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