Lok Sabha Elections 2024 : पारस के इस्तीफे से उठे सवाल – क्या बिहार में होगा गठबंधन का बदलाव?
पारस को NDA समझौते से बाहर करने से बिहार के कुछ सीटों पर LJP के दो दलों के बीच मुकाबला हो सकता है, जिसका गठबंधन की एकता और चुनावी संभावनाओं पर प्रभाव पड़ेगा। पारस ने केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया है और कहा है कि सीट-बंटवारे समझौते को अंतिम रूप देते समय उनके साथ ‘न्याय’ नहीं किया गया।
इस खबर की महत्वपूर्ण बातें
- बिहार लोकसभा चुनाव: पशुपति पारस के बाहर जाने से NDA गठबंधन पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
- बिहार की राजनीतिक घमासान! पारस की NDA समझौते से निकाली गई तो चुनाव के परिणाम पर संदेहों की उत्पत्ति!
- पारस का इस्तीफा NDA गठबंधन को खोलेगा, LJP की भूमिका पर नजरें हैं!
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समझौते के अनुसार, बीजेपी 17 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार है, जो राज्य में उसके सबसे बड़े सहयोगी JDU की 16 सीटों से एक ज्यादा है। साथ ही, चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) पांच सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसके अलावा, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) और राष्ट्रीय लोक मोर्चा (RLM) भी एक-एक सीट पर चुनाव लड़ेंगे।
चिराग पासवान की उम्र और राज्य में उनके आक्रामक प्रचार ने आखिरकार समझौते को उनके पक्ष में कर दिया है। बीजेपी ने उन्हें बिहार की राजनीति में एक अग्रणी खिलाड़ी के रूप में स्थापित किया है।
Union Minister #PashupatiKumarParas resigns from his post. pic.twitter.com/0NERaekNt4
— All India Radio News (@airnewsalerts) March 19, 2024
बिहार में बड़ी भीड़ को आकर्षित करने की क्षमता वाले चिराग पासवान को महसूस करते हुए, NDA ने LJP (रामविलास) के लिए पांच लोकसभा सीटें छोड़ी हैं। इस कदम से, भाजपा ने दिखाया कि यह उनकी है, और उनके चाचा की नहीं, जो दिवंगत दलित दिग्गज राम विलास पासवान के राजनीतिक उत्तराधिकारी हैं।
इस संदर्भ में, विवाद उठता है कि क्या बिहार में पारस की निकालाव के नतीजे में न्याय हुआ है? क्या यह सिर्फ राजनीतिक हमला है और एक विचारशील नीति का परिणाम है? या फिर यह एक राजनीतिक रंगमंच के खेल का हिस्सा है, जिसमें सत्ताधारी दल अपनी प्राथमिकताओं को साबित करने के लिए कठिन निर्णय लेते हैं?
पारस की इस्तीफा और न्याय के बारे में बवाल उठने के बाद, चुनावी मैदान में भी गरमाहट बढ़ गई है। कुछ दलों ने इसे चुनावी तरीके से अस्वीकार किया है, जबकि अन्य दल इसे न्यायपूर्ण मानते हैं। इस विवाद के परिणाम के बारे में अभी तक कोई स्पष्टता नहीं है, लेकिन यह निश्चित है कि बिहार के चुनावी मंच पर यह नई घटना उत्पन्न करेगी।
पूछे जाने वाले प्रश्न
- बिहार लोकसभा चुनाव में NDA की स्थिति क्या है? राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने बिहार में सीट बंटवारे पर निर्णय लिया है, जिसमें पशुपति पारस के बाहर होने का महत्वपूर्ण भूमिका है।
- पशुपति पारस के बाहर होने से गठबंधन पर क्या प्रभाव पड़ सकता है? पारस के बाहर होने से गठबंधन में असमंजस उत्पन्न हो सकता है और बिहार के कुछ सीटों पर LJP के दो गुटों के बीच मुकाबला हो सकता है।
- क्या बिहार में NDA गठबंधन का टूटना संभव है? हां, पशुपति पारस के बाहर होने से NDA गठबंधन में असहमति का संकेत मिल रहा है। इससे गठबंधन की स्थिरता पर सवाल खड़े हो सकते हैं।
- कौन-कौन सी पार्टियां चुनाव में भाग ले रही हैं? बिहार में चुनाव में NDA (भाजपा, जनता दल-यूनाइटेड, लोक जनशक्ति पार्टी) और गठबंधन (राजद, कांग्रेस) के बीच प्रतिस्पर्धा होगी।
- चुनाव में निर्वाचनी क्षेत्रों में कितनी सीटें हैं? बिहार में कुल 40 लोकसभा सीटें हैं, जिनमें चुनाव लड़ी जाएगी।
यदि आपके किसी और प्रश्न का उत्तर चाहिए तो कृपया पूछें।
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