MASHIM ने बोर्ड परीक्षा के लिए फीस जमा करने की जिम्मेदारी स्कूलों और प्राचार्यों पर डाली है, जिससे विद्यार्थियों को कियोस्क में जाकर फीस जमा करने की जरूरत नहीं होगी।

Mashim का नया नियम: फीस न देने पर स्कूलों पर जुर्माना!
Mashim का नया नियम: फीस न देने पर स्कूलों पर जुर्माना!

इस खबर की महत्वपूर्ण बातें 

  1. विद्यार्थियों को कियोस्क में फीस जमा करने की जरूरत नहीं, स्कूल होंगे जिम्मेदार
  2. बोर्ड परीक्षा में बड़ा बदलाव: अब कियोस्क की दौड़ खत्म, स्कूल संभालेंगे फीस की जिम्मेदारी!
  3. माशिमं का विवादास्पद फैसला: फीस जमा न होने पर स्कूल भरेंगे जुर्माना

माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) ने 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए आवेदन प्रक्रिया में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया है। अब विद्यार्थियों को परीक्षा फीस जमा करने के लिए कियोस्क में जाने की जरूरत नहीं होगी। इस नई व्यवस्था के तहत, परीक्षा फीस जमा करने की पूरी जिम्मेदारी स्कूल संचालकों और प्राचार्यों पर होगी।

इस बदलाव का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी विद्यार्थियों की फीस समय पर जमा हो सके और किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो। माशिमं ने स्पष्ट किया है कि फीस जमा करने के साथ-साथ, स्कूल संचालकों और प्राचार्यों को कियोस्क से प्राप्त लिस्ट का सत्यापन भी करना होगा। यदि किसी कारणवश विद्यार्थी का फार्म जमा नहीं होता है, तो इसकी पूरी जिम्मेदारी संबंधित स्कूल और प्राचार्य की होगी, और उन्हें विलंब शुल्क भी वहन करना पड़ेगा।

MASHIM का नया नियम: फीस जमा करने में लापरवाही? अब स्कूलों को भुगतना पड़ेगा!

पिछले साल कुछ जिलों में यह देखा गया था कि विद्यार्थियों ने समय पर अपनी फीस और आवेदन फार्म जमा किए थे, लेकिन स्कूलों की लापरवाही के कारण उनकी फीस जमा नहीं हो पाई थी। इस प्रकार की समस्याओं को रोकने के लिए माशिमं ने यह कदम उठाया है। इससे विद्यार्थियों को कियोस्क की लंबी लाइनों में खड़े होने से मुक्ति मिलेगी और वे अपनी पढ़ाई पर अधिक ध्यान केंद्रित कर सकेंगे।

इस निर्णय से स्कूल संचालकों और प्राचार्यों पर अतिरिक्त दबाव बढ़ेगा, लेकिन इससे विद्यार्थियों की सुविधाओं में सुधार की उम्मीद की जा रही है। यह भी सुनिश्चित किया गया है कि कोई भी विद्यार्थी इस प्रक्रिया में किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करे।

इस बदलाव का प्रभाव आगामी 25 फरवरी से होने वाली बोर्ड परीक्षाओं पर पड़ेगा, जिसके लिए आवेदन फार्म जमा किए जा रहे हैं। MASHIM ने उम्मीद जताई है कि इस नई व्यवस्था से सभी विद्यार्थियों को लाभ मिलेगा और परीक्षा प्रक्रिया सुचारू रूप से संपन्न होगी।

पूछे जाने वाले प्रश्न 

  1. बोर्ड परीक्षा के लिए फीस कौन जमा करेगा? परीक्षा फीस जमा करने की जिम्मेदारी अब स्कूल संचालकों और प्राचार्यों की होगी।
  2. विद्यार्थियों को कियोस्क में जाने की आवश्यकता क्यों नहीं है? माशिमं ने विद्यार्थियों को कियोस्क में जाने से मुक्त कर दिया है, अब यह जिम्मेदारी स्कूलों की है।
  3. अगर फीस जमा नहीं होती है तो क्या होगा? यदि फीस जमा नहीं होती है, तो संबंधित स्कूल और प्राचार्य को विलंब शुल्क भरना होगा।
  4. यह बदलाव कब से लागू होगा? यह बदलाव आगामी 25 फरवरी से शुरू होने वाली बोर्ड परीक्षाओं से लागू होगा।
  5. स्कूलों के लिए क्या नई जिम्मेदारी है? स्कूलों को फीस जमा करने के साथ-साथ कियोस्क से प्राप्त लिस्ट का सत्यापन भी करना होगा।

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