Parsvnath Landmark Developers के सीईओ संजीव जैन को दिल्ली पुलिस ने 60 घंटे की चेस के बाद गिरफ्तार किया। उन पर कई गैर-जमानती वारंट जारी थे।
इस खबर की महत्वपूर्ण बातें
- टॉप रियलिटी फर्म के सीईओ संजीव जैन 60 घंटे की चेस के बाद गिरफ्तार
- 60 घंटे की हाई-स्पीड चेस: रियलिटी फर्म के सीईओ संजीव जैन की गिरफ्तारी से उथल-पुथल मच गई
- क्या सीईओ संजीव जैन की गिरफ्तारी में साजिश की बू है?
टॉप रियलिटी फर्म Parsvnath Landmark Developers के डायरेक्टर और सीईओ संजीव जैन को कल शाम दिल्ली में गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के वक्त वह कई गैर-जमानती वारंट के तहत फरार चल रहे थे। संजीव जैन, जो गुरुग्राम में रहते हैं, को दिल्ली पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारी के समय, संजीव जैन ने पुलिस से बचने के लिए गुरुग्राम स्थित अपने घर से भागने की कोशिश की थी, जिससे पुलिस और जैन के बीच हाई-स्पीड चेस की शुरुआत हुई, जो पूरे साठ घंटे तक चली। नेशनल कंज्यूमर डिस्प्यूट्स रेड्रेसल कमीशन (NCDRC) ने श्री जैन के खिलाफ पांच वारंट जारी किए थे – जिनमें चार गैर-जमानती और एक जमानती वारंट शामिल थे।
यह मामले 2017 में गुरुग्राम के रहने वाले राजत बब्बर द्वारा दर्ज किए गए थे। उन्होंने शिकायत की थी कि रियल एस्टेट फर्म ने तय समय के भीतर उन्हें फ्लैट उपलब्ध नहीं कराया। इस मुद्दे को लेकर हाल ही में 18 जुलाई को श्री जैन के खिलाफ नया वारंट जारी किया गया था।
रियल एस्टेट कंपनी Parsvnath Landmark Developers पर फ्लैटों की डिलीवरी में देरी के कारण कई अन्य मामले भी लंबित हैं। कंपनी के खिलाफ कई शिकायतें हैं, जो यह दर्शाती हैं कि ग्राहकों को समय पर फ्लैटों का पजेशन नहीं मिला है।
संजीव जैन पिछले 32 वर्षों से Parsvnath Developers Private Limited के साथ जुड़े हुए हैं और इस अवधि में उन्होंने कंपनी को कई ऊंचाइयों तक पहुंचाया है। हालांकि, वर्तमान में उनकी गिरफ्तारी और इस मामले ने कंपनी की साख को नुकसान पहुंचाया है।
इस नाटकीय गिरफ्तारी ने रियल एस्टेट जगत में हलचल मचा दी है और लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई है। यह देखना दिलचस्प होगा कि इस मामले में आगे क्या होता है और न्याय प्रणाली कैसे कार्यवाही करती है।
पूछे जाने वाले प्रश्न
- संजीव जैन को क्यों गिरफ्तार किया गया? संजीव जैन को कई गैर-जमानती वारंट के तहत गिरफ्तार किया गया, जो फ्लैटों की डिलीवरी में देरी के कारण जारी किए गए थे।
- संजीव जैन को कहां से गिरफ्तार किया गया? उन्हें इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दिल्ली पुलिस के स्पेशल टास्क फोर्स (STF) द्वारा गिरफ्तार किया गया।
- गिरफ्तारी के समय क्या हुआ? संजीव जैन ने पुलिस से बचने के लिए भागने की कोशिश की, जिससे 60 घंटे की हाई-स्पीड चेस की शुरुआत हुई।
- किसने शिकायत दर्ज की थी? शिकायत गुरुग्राम के रहने वाले राजत बब्बर द्वारा 2017 में दर्ज की गई थी।
- Parsvnath Developers के खिलाफ कितने मामले लंबित हैं?Parsvnath Developers पर फ्लैटों की डिलीवरी में देरी के कारण कई मामले लंबित हैं।
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