OpenAI ने GPT-4o का लॉन्च किया है, जो हिंदी और भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगा। यह एक नया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल है, जो गति में गुजराता है और कम कीमत पर उपलब्ध होगा। इसके फायदे, भारतीय भाषाओं में उपलब्धता और इंटरएक्शन की अधिक सुविधा को बढ़ावा देने की तरह हैं।


इस खबर की महत्वपूर्ण बातें

  1. OpenAI ने GPT-4o का लॉन्च किया, भारतीय भाषाओं में उपलब्धता के साथ
  2. धमाकेदार! GPT-4o आया, जानिए इसके फायदे
  3. क्या होगा? GPT-4o लॉन्च, भारतीय भाषाओं में कितना होगा प्रभाव?

OpenAI ने अपने नए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल GPT-4o को लॉन्च किया है। यह मॉडल कंपनी के मौजूदा AI सिस्टम का नया एडिशन है। GPT-4 Turbo की तुलना में GPT-4o दोगुना तेज़ होगा और इसकी लागत आधी होगी। OpenAI के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इसकी जानकारी दी।

OpenAI के स्प्रिंग अपडेट इवेंट में चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर मीरा मुराती (Mira Murati) ने घोषणा की कि GPT-4o का उपयोग वॉयस, टेक्स्ट और विज़न के लिए किया जा सकेगा। खास बात यह है कि यह फ्री यूजर्स के लिए भी उपलब्ध होगा। मुराती ने बताया कि इस मॉडल को तैयार करने में कंपनी ने पिछले कई महीनों तक कड़ी मेहनत की है।

सैम ऑल्टमैन(Sam Altman) ने कहा कि अब तक GPT-4 क्लास मॉडल सिर्फ उन यूजर्स के लिए उपलब्ध था जो हर महीने इसकी फीस चुकाते थे। लेकिन अब GPT-4o सभी यूजर्स, जिसमें फ्री प्लान वाले यूजर्स भी शामिल हैं, के लिए उपलब्ध होगा। पेड यूजर्स, फ्री यूजर्स की तुलना में पांच गुना अधिक कैपेसिटी लिमिट का उपयोग कर सकेंगे।

OpenAI ने कहा कि GPT-4o को चरणबद्ध तरीके से 50 से ज्यादा भाषाओं में लॉन्च किया जाएगा। इनमें कई भारतीय भाषाएं भी शामिल हैं। कंपनी ने इसे कुछ भाषाओं में टोकन उपयोग के लिए ऑप्टिमाइज किया है, जिसमें गुजराती, तेलुगु, तमिल, मराठी और हिन्दी शामिल हैं। कंपनी ने मॉडल के रियल-टाइम कन्वर्सेशनल स्पीच का भी डेमो प्रस्तुत किया।

कंपनी ने बताया कि यह मॉडल सिर्फ 232 मिलीसेकंड्स में ऑडियो इनपुट्स का जवाब देगा। बातचीत में इसका औसत रिस्पॉन्स टाइम 320 मिलीसेकंड्स होगा, जो इंसान के रिस्पॉन्स टाइम के बराबर है। GPT-4o ने टेक्स्ट, रीज़निंग और कोडिंग इंटेलिजेंस में GPT-4 Turbo जैसा प्रदर्शन हासिल कर लिया है।

OpenAI ने चैटजीपीटी का डेस्कटॉप वर्जन और एक रिफ्रेश्ड UI लॉन्च करने का भी ऐलान किया है। कंपनी ने कहा है कि उसका इस साल के अंत तक विंडोज वर्जन लॉन्च करने का प्लान है। मुराती ने कहा कि हमारा मकसद इंटरएक्शन को ज्यादा नेचुरल और ईजी बनाना है, ताकि यूजर्स का फोकस UI पर नहीं बल्कि GPT के साथ सहयोग पर हो।

GPT-4o की सबसे खास बात यह है कि यह GPT-3.5 के मुकाबले काफी फास्ट है। रिजल्ट देने में गलती की गुंजाइश कम होगी। यह यूजर के रिक्वेस्ट के हिसाब से बहुत कम समय में अपना व्यवहार बदल सकेगा। इसके अलावा, यह टेक्स्ट के साथ-साथ इनपुट के रूप में इमेज यानी तस्वीर का भी इस्तेमाल कर सकता है। यह यूजर्स को ऐसे आउटपुट देने की संभावना कम करता है जो उन्हें आहत या खतरे में डाल सकते हैं।

GPT-4o के लॉन्च के साथ, OpenAI ने एक बार फिर से साबित कर दिया है कि वे AI टेक्नोलॉजी में अग्रणी हैं और इसे अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

पूछे जाने वाले प्रश्न

  1. GPT-4o क्या है? GPT-4o OpenAI द्वारा लॉन्च किया गया नवीनतम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल है, जो हिंदी और कई भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होगा। यह पिछले मॉडलों की तुलना में गति में गुजरता है और लागत-कुशल है।
  2. GPT-4o के क्या लाभ हैं? GPT-4o ध्वनि, पाठ, और दृश्य-आधारित बातचीत को संभव बनाता है, उपयोगकर्ताओं को इसकी विविध क्षमताओं से लाभान्वित करता है। यह मुफ्त उपयोगकर्ताओं को भी उपयोग में लाता है, पहुँचनीयता को बढ़ाता है।
  3. GPT-4o GPT-4 टर्बो से कैसा है? GPT-4o GPT-4 टर्बो की तुलना में दोगुनी गति में है और लागत-कुशल है। यह अपग्रेड उद्देश्य रखता है कि उन्नत एआई उपकरणों को एक बड़े दर्शक के लिए उपलब्ध कराया जाए।
  4. किन भारतीय भाषाओं में GPT-4o उपलब्ध होगा? GPT-4o 50 से अधिक भाषाओं में उपलब्ध होगा, जिसमें कई भारतीय भाषाएँ भी शामिल होंगी। गुजराती, तेलगु, तमिल, मराठी, और हिंदी उपयोगकर्ताओं को भी बड़ा फायदा होगा।
  5. बातचीत में GPT-4o के क्या सुधार हैं? GPT-4o केवल 232 मिलीसेकेंड में ऑडियो इनपुट का जवाब देता है और औसत 320 मिलीसेकेंड का रिस्पॉन्स टाइम बनाए रखता है, जो इंसान के जवाब के बराबर है। यह टेक्स्ट, तर्क, और कोडिंग इंटेलिजेंस में भी उत्कृष्टता प्राप्त करता है, बहुभाषी, ऑडियो, और दृश्य क्षमताओं में नए मानकों को स्थापित करता है।

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