1956 में भारत ने अपना पहला कंप्यूटर HEC-2M खरीदा, जिसकी कीमत ₹10 लाख थी। यह कंप्यूटर इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीट्यूट में स्थापित किया गया और इसके साथ ही भारत एशिया का दूसरा ऐसा देश बना जिसने कंप्यूटर तकनीक को अपनाया।

भारत का पहला कंप्यूटर hec-2m: तकनीक की शुरुआत
भारत का पहला कंप्यूटर hec-2m: तकनीक की शुरुआत

इस खबर की महत्वपूर्ण बातें

  1. भारत का पहला कंप्यूटर: HEC-2M की ऐतिहासिक यात्रा
  2. ₹10 लाख का पहला कंप्यूटर: कैसे HEC-2M ने भारत को बदला!
  3. क्या ₹10 लाख का HEC-2M कंप्यूटर भारत की पहली तकनीकी भूल थी?

1956 में भारत ने अपना पहला कंप्यूटर खरीदा, जिसका नाम HEC 2M था। इस कंप्यूटर ने भारत को कंप्यूटर तकनीक के क्षेत्र में एक नया मुकाम दिलाया और इसने देश को जापान के बाद एशिया का दूसरा ऐसा देश बना दिया जिसने इस तकनीक को अपनाया। यह न केवल तकनीकी दृष्टि से महत्वपूर्ण था, बल्कि इसने भविष्य में आने वाली तकनीकी क्रांति की नींव भी रखी।

HEC-2M: एक महंगा और विशाल कंप्यूटर

HEC-2M की कीमत उस समय ₹10 लाख थी, जो उस दौर में एक बड़ी रकम मानी जाती थी। इंग्लैंड से इसे भारत लाने के लिए पानी के जहाज का सहारा लिया गया, और यह दो बड़े रैक्स में रखकर कोलकाता के इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीट्यूट (ISI) तक पहुंचाया गया। वज़न में भारी और आकार में विशाल इस कंप्यूटर को सेट करने में लगभग दो महीने का समय लगा।

1K मैमोरी और ट्यूब-बेस्ड सिस्टम

HEC-2M एक ट्यूब-बेस्ड कंप्यूटर था, जिसमें केवल 1K मैमोरी थी। आज के आधुनिक कंप्यूटर और स्मार्टफोन्स के मुकाबले यह बहुत ही कम है, लेकिन उस दौर में यह एक बहुत बड़ी तकनीकी उपलब्धि मानी जाती थी। इस कंप्यूटर की स्थापना में ISI के इंजीनियर्स ने कड़ी मेहनत की, और इसे सही तरीके से इंस्टॉल करने में दो महीने का वक्त लगा।

भारत में कंप्यूटर युग की शुरुआत

HEC-2M की स्थापना के साथ ही भारत में कंप्यूटर युग की शुरुआत हुई। इस कंप्यूटर के आने से देश में तकनीकी विकास की गति तेज़ हो गई, और धीरे-धीरे भारत ने कंप्यूटर और सूचना तकनीक में खुद को विश्वस्तर पर स्थापित किया। ISI में स्थापित HEC-2M न केवल शोध और सांख्यिकी के क्षेत्र में उपयोग हुआ, बल्कि इसने भविष्य में आने वाली कंप्यूटर क्रांति का मार्ग प्रशस्त किया।

कैसे HEC-2M ने बदली भारत की तकनीकी सोच

HEC 2M ने भारत में तकनीकी सोच को बदलने का काम किया। इसने यह साबित किया कि भारत न केवल एक प्राचीन सभ्यता है, बल्कि आधुनिक तकनीकी क्षेत्र में भी विश्व के साथ कदम से कदम मिलाने को तैयार है। इस कंप्यूटर की स्थापना से लेकर आज के समय में हमारे पर्सनल कंप्यूटरों तक की यात्रा अद्भुत रही है।

HEC 2M जैसे ऐतिहासिक कंप्यूटर की कहानी न केवल तकनीकी प्रेमियों के लिए दिलचस्प है, बल्कि आम पाठक भी इससे भारत की तकनीकी यात्रा को समझ सकते हैं। यह लेख भारतीय पाठकों को आकर्षित करेगा, खासकर वे लोग जो तकनीक, इतिहास, और भारत की प्रगति में रुचि रखते हैं।

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पूछे जाने वाले प्रश्न

1.HEC-2M कंप्यूटर क्या है? HEC 2M भारत का पहला कंप्यूटर है जिसे 1956 में इंग्लैंड से लाया गया था और कोलकाता के इंडियन स्टैटिस्टिकल इंस्टीट्यूट में स्थापित किया गया था।

2.HEC-2M कंप्यूटर की कीमत कितनी थी? उस समय HEC 2M कंप्यूटर की कीमत ₹10 लाख थी, जो आज के समय में बहुत बड़ी राशि मानी जाती है।

3.HEC-2M कंप्यूटर में कितनी मेमोरी थी? HEC 2M कंप्यूटर में केवल 1K की मेमोरी थी, जो आज के कंप्यूटर के मुकाबले बहुत कम है।

4.भारत ने HEC-2M कंप्यूटर कब खरीदा? भारत ने 1956 में HEC 2M कंप्यूटर खरीदा और इसे ISI कोलकाता में स्थापित किया।

5.HEC-2M कंप्यूटर क्यों महत्वपूर्ण है? HEC 2M भारत का पहला इलेक्ट्रॉनिक कंप्यूटर था, और इसके साथ ही भारत एशिया का दूसरा देश बन गया जिसने कंप्यूटर तकनीक को अपनाया।

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