Electoral Bonds Case: जनता के सामने आया सच चुनावी बॉन्डों का चौंकाने वाला राज
सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बॉन्डों से जुड़ी सभी जानकारी को सार्वजनिक करने के निर्देश दिए हैं। इसमें SBI को चंदे के संबंध में सभी डिटेल्स का खुलासा करने का आदेश शामिल है।
इस खबर की महत्वपूर्ण बातें
- सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बॉन्डों की जानकारी का खुलासा करने के लिए SBI को निर्देशित किया
- चुनावी बॉन्डों के राज़ खोला: SC ने SBI पर लगाई फटकार
- चुनावी बॉन्ड घोटाला: SBI को खुलासा करने के लिए SC का निर्देश
सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय स्टेट बैंक (SBI) को चुनावी बॉन्डों से जुड़ी सभी जानकारी का खुलासा करने के लिए निर्देशित किया है। यह फैसला चुनावी बॉन्डों के गहरे राज को खोलने का हिस्सा है, जो पिछले कुछ समय से विवादों में था।
चुनावी बॉन्डों का मुद्दा विवाद का केंद्रबिंदु बन चुका है। इन बॉन्डों से जुड़ी जानकारी को लेकर राजनीतिक दलों के बीच विवाद छिड़ा हुआ है। सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में स्पष्ट किया कि SBI को चुनावी बॉन्डों से संबंधित सभी विवरणों को सार्वजनिक करने के लिए आदेश दिया गया है। इसमें इलेक्टोरल बॉन्ड की संख्या, चंदे के रूप में दी गई राशि, और इसके प्राप्तकर्ताओं का विवरण शामिल है।
फैसले के बाद, SBI को गुरुवार शाम तक एक हलफनामा दाखिल करने का निर्देश दिया गया है। इस हलफनामे में SBI को चुनावी बॉन्डों से जुड़ी सभी जानकारी का खुलासा करने के लिए कहा गया है, और कोई भी जानकारी छिपाई नहीं जानी चाहिए।
Supreme Court asked the SBI that why they are not disclosing the alpha-numeric numbers of Electoral Bonds.
In reply to that, SBI’s lawyer Salve said that he didn’t understand the earlier order correctly.
— SC lawyer Prashant Bhushan
FICCI, CII and ASSOCHAM are saying to not… pic.twitter.com/cQqglh6yEv
— Shantanu (@shaandelhite) March 18, 2024
इस निर्देश के साथ, सुप्रीम कोर्ट ने सरकार और चुनाव आयोग को भी चुनावी बॉन्डों से जुड़ी जानकारी के तत्काल अपडेट अपलोड करने का आदेश दिया है। यह सुनिश्चित करेगा कि जनता को चुनावी बॉन्डों के माध्यम से चंदे की प्राप्ति पर पूरी जानकारी मिलती रहे।
इस निर्देश के साथ, सुप्रीम कोर्ट ने सार्वजनिक संसाधन और सरकारी खातेबंदी में पारदर्शिता के मामले में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह सुनिश्चित करेगा कि राजनीतिक दलों के चंदे की प्राप्ति पर समय-समय पर जानकारी होती रहे, जिससे समाज को स्थायी और पारदर्शी राजनीतिक प्रक्रियाओं के प्रति विश्वास बना रहे।
पूछे जाने वाले प्रश्न
- चुनावी बॉन्ड क्या होते हैं? चुनावी बॉन्ड एक आर्थिक उपाय है जिसका उपयोग राजनीतिक दलों को निजी चंदे प्राप्त करने के लिए किया जाता है। ये बॉन्ड एक विशेष प्रारूप में होते हैं और केवल भारतीय स्टेट बैंक के माध्यम से खरीदे जा सकते हैं।
- चुनावी बॉन्ड का उपयोग किस उद्देश्य से किया जाता है? चुनावी बॉन्ड का मुख्य उद्देश्य निजी चंदे की प्राप्ति को अनावश्यक रूप से निजी रखना है, जिससे राजनीतिक पार्टियों की चंदे की जानकारी सार्वजनिक नहीं होती।
- चुनावी बॉन्डों से जुड़े विवाद क्या हैं? चुनावी बॉन्डों से जुड़े विवाद का मुख्य कारण यह है कि इन बॉन्डों के माध्यम से प्राप्त चंदे की जानकारी गोपनीय रहती है, जिससे राजनीतिक पार्टियों की वित्तीय पारदर्शिता पर संदेह बना रहता है।
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