Shillong Loksabha Chunav 2024 ,शिलांग में राजनीति के क्षेत्र में कांग्रेस का प्रभाव प्रमुख है, जबकि बीजेपी का प्रभाव कम है। 2019 के चुनावों में कांग्रेस ने विजयी रही, जिसमें विन्सेंट एच. पाला ने जीत दर्ज की। शिलांग की सीट पर 63.56% वोटिंग हुई थी, जो दर्शाता है कि यहाँ चुनाव में रुचि अधिक है।

 shillong loksabha chunav 2024 : शिलांग लोकसभा सीट में नया राजनीतिक मोड़! ,कौन जीतेगा महा-टक्कर?
 shillong loksabha chunav 2024 : शिलांग लोकसभा सीट में नया राजनीतिक मोड़! ,कौन जीतेगा महा-टक्कर?

इस खबर की महत्वपूर्ण बातें

  1. शिलांग की राजनीति पर कांग्रेस का दबदबा, बीजेपी को कम प्रभाव
  2. शिलांग सीट पर 63.56% वोटिंग: कांग्रेस ने बड़ी जीत हासिल की!
  3. शिलांग में बीजेपी की असफलता, कांग्रेस का प्रभुत्व बरकरार

1972 में मेघालय राज्य के गठन के बाद से शिलांग को नवनिर्मित राज्य की राजधानी के रूप में चुना गया। यह शहर पर्यटन का एक प्रमुख स्थल है, जिसे “स्कॉटलैंड ऑफ दी ईस्ट” भी कहा जाता है। शिलांग लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र में कुल 9,80,740 मतदाता हैं, जिनमें 4,80,409 पुरुष मतदाता और 5,00,331 महिला मतदाता हैं।

शिलांग की राजनीति में 2014 तक कांग्रेस का प्रभुत्व बना रहा, जबकि बीजेपी का प्रभाव कम रहा है। 1989 से लेकर अब तक हुए लोकसभा चुनावों में सिर्फ एक बार 1996 में एक निर्दलीय उम्मीदवार ने जीत हासिल की थी। अन्य सभी चुनावों में कांग्रेस ने अपनी सीट को बरकरार रखा है।

2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस के विन्सेंट एच. पाला ने 4,19,689 वोटों के साथ जीत हासिल की थी, जबकि यूडीपी के जेमिनो मावथोह को 2,67,256 वोट मिले थे। बीजेपी के संबोर शुइलाई ने 76,683 वोट प्राप्त किए थे। इस चुनाव में कुल 63.56% मतदान हुआ, जिससे यह साफ होता है कि शिलांग के मतदाता अपने प्रतिनिधियों के चुनाव में भाग लेने के लिए उत्सुक हैं।

नाम पार्टी वोट विजेता पार्टी का वोट % जीत अंतर %
विन्सेंट एच. पाला INC 419,689 53.5% 19.4%

अन्य उम्मीदवार

नाम पार्टी वोट
जेमिनो मावथो UDP 267,256
सैनबोर शुल्लाई BJP 76,683
टी.एच.एस. बोनी IND 6,580
रोमियो फिरा रानी IND 4,961
सैमुएल हाशा IND 4,601
NOTA NOTA 4,420

 

2014 के चुनावों में भी कांग्रेस के नेता विंसेंट एच. पाला ने निर्दलीय उम्मीदवार प्रेचर्ड बी.एम. बसाइयामोइट को हराया था। उन्हें 2 लाख 9 हजार 340 वोट मिले थे, जबकि बसाइयामोइट को 1 लाख 68 हजार 961 वोट मिले थे। यानि विंसेंट ने 40 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी।

पूछे जाने वाले प्रश्न

  1. कांग्रेस का शिलांग में प्रभुत्व क्यों है? शिलांग में कांग्रेस का प्रभुत्व इसलिए है क्योंकि उन्होंने पिछले कई चुनावों में निरंतर जीत दर्ज की है और यहाँ के मतदाताओं का विश्वास जीत लिया है।
  2. बीजेपी का शिलांग में कम प्रभाव क्यों है? बीजेपी का प्रभाव शिलांग में कम है क्योंकि उनके उम्मीदवारों ने पिछले चुनावों में कम वोट प्राप्त किए हैं और कांग्रेस की मजबूत उपस्थिति को चुनौती देने में असफल रहे हैं।
  3. 2019 के चुनाव में शिलांग में कौन जीता था? 2019 के चुनाव में शिलांग में कांग्रेस के विन्सेंट एच. पाला ने जीत हासिल की थी।
  4. शिलांग में किस पार्टी का प्रभाव प्रमुख है? शिलांग में कांग्रेस का प्रभाव प्रमुख है, जबकि अन्य पार्टियों का प्रभाव कम है।
  5. क्या शिलांग में 2019 के चुनाव में बीजेपी ने कोई सीट जीती? नहीं, 2019 के चुनाव में बीजेपी ने शिलांग में कोई सीट नहीं जीती, उनके उम्मीदवार तीसरे स्थान पर रहे।

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