Microsoft CEO की नजर प्रधानमंत्री मोदी के Namo App पर! क्या आप जानना चाहेंगे AI से UPI तक…मोदी की सोच के राज?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स के साथ भारत के डिजिटल उत्थान और जलवायु परिवर्तन पर व्यापक चर्चा की। इस चर्चा में वे न केवल डिजिटल प्रौद्योगिकी के महत्व पर बात की, बल्कि जलवायु परिवर्तन को लेकर भी उत्साह जताया। दोनों ने विभिन्न पहलुओं पर विचार किया और उन्होंने वैश्विक स्तर पर उच्च नेतृत्व की आवश्यकता को जोर दिया।
इस खबर की महत्वपूर्ण बातें:
- PM मोदी और बिल गेट्स की चर्चा: भारतीय डिजिटल क्रांति पर एक साथ
- नई डिजिटल युग की शुरुआत: भारतीय प्रधानमंत्री का Microsoft से गहरा संबंध
- जलवायु परिवर्तन के विषय पर उठा विवाद: PM मोदी और गेट्स का मिलन
भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स के साथ एक महत्वपूर्ण चर्चा की, जिसमें डिजिटल क्रांति और जलवायु परिवर्तन जैसे मुद्दों पर ध्यान दिया गया। इस चर्चा के दौरान, दोनों नेताओं ने भारत के तकनीकी उत्थान और पर्यावरणीय मुद्दों पर गहराई से विचार किया। मोदी ने डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग के बारे में उत्सुकता जताई, जबकि गेट्स ने जलवायु परिवर्तन को लेकर सकारात्मक दृष्टिकोण प्रदर्शित किया।
उन्होंने वैश्विक स्तर पर उच्च नेतृत्व की आवश्यकता को जोर दिया और साथ ही भारत को आगे बढ़ाने के लिए टेक्नोलॉजी के उपयोग की महत्वाकांक्षा व्यक्त की। मोदी ने ग्रीन GDP के कॉन्सेप्ट को अपनाने की भी प्रेरणा दी और बताया कि इससे पर्यावरण के प्रति हमारी जिम्मेदारी का और भी सही अनुमान लगाया जा सकेगा।
ग्रीन GDP के कॉन्सेप्ट को अपनाने पर भारत की नेतृत्व भूमिका महत्वपूर्ण होगी, क्योंकि यह पर्यावरणीय संरक्षण और साथ ही आर्थिक विकास को संतुलित बनाए रखने का एक महत्वपूर्ण तरीका है। मोदी ने इससे जुड़ी अपनी सोच को दर्शाया और एक साथ ही दुनिया को इस दिशा में आग्रहित किया।
इस चर्चा के माध्यम से, भारत की तकनीकी प्रगति और विश्वासनीयता में बड़ी पहचान होगी। बिल गेट्स के साथ इस दिशा में उच्च स्तर की चर्चा करने से भारत वैश्विक मंच पर अपनी मौजूदगी को मजबूत करेगा।
I find my inner peace through a spiritual practice instilled in me by my teachers. This energises me greatly.
This energy doesn’t stem from physical strength but from my dedication and from my emotional connection to the mission at hand.
– PM @narendramodi pic.twitter.com/FxOwCHF9cX
— BJP (@BJP4India) March 29, 2024
प्रधानमंत्री ने इस मौके पर अपनी विचारधारा को अभिव्यक्त किया और देश को आगे बढ़ाने की नीति पर गहराई से विचार किया। उन्होंने साफ किया कि सिर्फ तकनीकी प्रगति से ही नहीं, बल्कि उसके सही उपयोग से ही समृद्धि हो सकती है। इसी दिशा में भारत के उत्थान के लिए उन्होंने ग्रीन GDP के आदान-प्रदान को भी प्रोत्साहित किया।
अंत में, यह चर्चा न केवल भारत की नेतृत्व भूमिका को मजबूत करेगी, बल्कि विश्व के लिए भी एक प्रेरणास्त्रोत बनेगी। डिजिटल क्रांति और जलवायु परिवर्तन के मुद्दे पर सही दिशा में गति बढ़ाने में इस चर्चा का महत्वपूर्ण योगदान होगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘मिशन इनोवेशन’ की शुरुआत की, जो कि एक महत्वपूर्ण पहल थी तेजी से क्लीन एनर्जी क्रांति को प्राप्त करने की। यह पहल 23 देशों और यूरोपियन आयोग के सहयोग से शुरू की गई थी, और उसका उद्देश्य पेरिस समझौते के लक्ष्यों को पूरा करना था। भारत इस मिशन का एक प्रमुख सदस्य था। प्रधानमंत्री ने यह बताया कि इस मिशन के पहले चरण में भारत ने कई महत्वपूर्ण कार्यक्रमों की मेजबानी की, जिसमें स्मार्ट ग्रिड और बिजली उत्पादन के लिए ऑफ ग्रिड पहुंच जैसी चुनौतियों का सामना किया गया।
मोदी ने याद दिलाया कि उन्होंने इस मिशन की रणनीति के बारे में अमेरिकी और फ्रांसीसी नेताओं के साथ गहराई से चर्चा की थी, लेकिन उनकी कोशिशें अब तक सफल नहीं हो पाई थी। उन्होंने भी दर्शाया कि वर्तमान में ग्लोबल समुदाय में जलवायु परिवर्तन के प्रति जागरूकता बढ़ रही है और सभी देशों ने इसमें अपना योगदान देने का निर्णय लिया है।
गेट्स ने उपभोक्ताओं को साफ उत्पादों को प्राथमिकता देने का सुझाव दिया, जैसे कि कार खरीदते समय और भोजन के लिए। उन्होंने यह भी कहा कि आजकल लोगों को अपने भोजन की आदतों में सुधार करने की आवश्यकता है, जैसे कि अधिक मुर्गा या मछली का सेवन कम करना।
मोदी ने इसका समर्थन किया और कहा कि शाकाहारी भोजन में भी सुधार की जानी चाहिए। उन्होंने इसे एक बड़ा कदम माना और बताया कि इससे न केवल आर्थिक विकास होगा, बल्कि यह पर्यावरण के लिए भी अच्छा होगा।
पूछे जाने वाले प्रश्न
- प्रधानमंत्री मोदी क्या मिशन इनोवेशन क्या है? मिशन इनोवेशन एक महत्वपूर्ण पहल है जो तेजी से क्लीन एनर्जी क्रांति को प्राप्त करने के लिए है। इसका मुख्य उद्देश्य पेरिस समझौते के लक्ष्यों को पूरा करना है।
- मिशन इनोवेशन के कार्यक्रम क्या हैं? मिशन इनोवेशन के कार्यक्रम में स्मार्ट ग्रिड, बिजली उत्पादन और ऑफ ग्रिड पहुंच जैसी चुनौतियां शामिल हैं।
- कौन-कौन से देश मिशन इनोवेशन के साथ हैं? अब तक 23 देशों और यूरोपियन आयोग इस मिशन में शामिल हैं, जिसमें भारत भी शामिल है।
- लोगों को क्लीन प्रोडक्ट्स की प्राथमिकता क्यों देनी चाहिए? क्लीन प्रोडक्ट्स का उपयोग करने से पर्यावरण को हानि कम होती है और हम स्वस्थ्य जीवन जी सकते हैं।
- शाकाहारी भोजन में कौन-कौन से सुधार किए जा सकते हैं? शाकाहारी भोजन में मोटे अनाज को शामिल करना एक बड़ा कदम हो सकता है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए भी अच्छा है।
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