Today Trade Setup, मई डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी और सप्ताह के अंत में आने वाले एग्जिट पोल के मद्देनजर, निफ्टी के 23,000 के आसपास कंसोलीडेट होने की संभावना है।
इस खबर की महत्वपूर्ण बातें
- निफ्टी के 23,000 के आसपास कंसोलीडेट होने की उम्मीद
- मई डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट्स की एक्सपायरी से पहले निफ्टी 23,000 पर टिका रहेगा!
- निफ्टी 23,000 के स्तर पर स्थिर रहेगा या गिरावट की ओर?
आने वाले कारोबारी सत्रों में निफ्टी के 23,000 के आसपास कंसोलीडेट होने की उम्मीद है। मई डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्टों की एक्सपायरी और सप्ताह के अंत में आने वाले एग्जिट पोल से पहले बाजार भागीदार सतर्क नजरिया बनाए रख सकते हैं। हालांकि बाजार का रुझान तेजी के पक्ष में बना हुआ है। इसलिए, निफ्टी 23,000 अंक के आसपास कंसोलीडेट हो सकता है।
27 मई को निफ्टी ने 23,111 के इंट्राडे रिकॉर्ड हाई को छुआ, लेकिन अंततः 25 अंकों की गिरावट के साथ 22,932 पर बंद हुआ। इसने डेली चार्ट पर बियरिश कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया। बैंक निफ्टी ने बेहतर प्रदर्शन किया और 310 अंक या 0.63% बढ़कर 49,281 पर पहुंच गया। इसने डेली चार्ट पर बुलिश कैंडलस्टिक पैटर्न बनाया जो ऊपरी स्तरों पर मुनाफावसूली का संकेत है।
बाजार जानकारों का कहना है कि अगर निफ्टी 23,200 के स्तर के ऊपर बंद होने और कायम रहने में सफल रहता है तो इसमें 23,500 का स्तर भी संभव है। इसके लिए 22,800 पर सपोर्ट दिख रहा है। निफ्टी में लगातार 11वें कारोबारी सत्र में हायर हाई फॉर्मेशन जारी रहा और ऊपरी स्तरों पर बिकवाली के दबाव के बावजूद निफ्टी सभी अहम मूविंग एवरेज से ऊपर कारोबार कर रहा है, जो एक सकारात्मक संकेत है।
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— CNBC-TV18 (@CNBCTV18Live) May 28, 2024
पूछे जाने वाले प्रश्न
- निफ्टी 23,000 के स्तर पर क्यों कंसोलीडेट होने की उम्मीद है?मई डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्टों की एक्सपायरी और सप्ताह के अंत में आने वाले एग्जिट पोल के कारण बाजार में सतर्कता है, जिससे निफ्टी 23,000 के आसपास कंसोलीडेट हो सकता है।
- बाजार के लिए महत्वपूर्ण सपोर्ट और रजिस्टेंस लेवल क्या हैं?निफ्टी के लिए 23,200 के ऊपर बंद होने पर 23,500 का स्तर संभव है, जबकि सपोर्ट 22,800 पर है।
- वोलैटिलिटी इंडेक्स की वर्तमान स्थिति क्या है?वोलैटिलिटी इंडेक्स इंडिया VIX 6.83% चढ़कर 23.19 पर पहुंच गया, जो 25 मई, 2022 के बाद का उच्चतम समापन स्तर है।
- हाई डिलीवरी प्रतिशत वाले स्टॉक कौन से हैं?हाई डिलीवरी प्रतिशत वाले स्टॉक्स में एसबीआई लाइफ, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा कंज्यूमर और भारती एयरटेल शामिल हैं।
- लॉन्ग बिल्ड-अप और लॉन्ग अनवाइंडिंग वाले शेयर कौन से हैं? लॉन्ग बिल्ड-अप वाले शेयरों में एचडीएफसी एएमसी, एक्साइड इंडस्ट्रीज, जेके सीमेंट, इप्का लेबोरेटरीज और टोरेंट फार्मास्यूटिकल्स शामिल हैं। लॉन्ग अनवाइंडिंग वाले शेयरों में पीआई इंडस्ट्रीज, आईसीआईसीआई प्रू, यूबीएल, एसबीआई कार्ड और बॉयोकॉन शामिल हैं।
- निफ्टी क्या है? निफ्टी, जिसे निफ्टी 50 भी कहा जाता है, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का प्रमुख सूचकांक है। यह 50 सबसे बड़े और सबसे अधिक तरलता वाले स्टॉक्स का प्रतिनिधित्व करता है जो विभिन्न क्षेत्रों से आते हैं।
- निफ्टी के 23,000 के स्तर के आसपास कंसोलिडेट होने का क्या मतलब है? जब हम कहते हैं कि निफ्टी 23,000 के आसपास कंसोलिडेट हो रहा है, इसका मतलब है कि निफ्टी इंडेक्स उस स्तर के आसपास स्थिर रहेगा, बिना बड़े उतार-चढ़ाव के। यह स्थिरता निवेशकों के लिए एक विश्राम का संकेत हो सकती है।
- डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट क्या हैं? डेरिवेटिव कॉन्ट्रैक्ट वित्तीय उपकरण होते हैं जिनका मूल्य एक या अधिक अंतर्निहित संपत्तियों जैसे स्टॉक्स, बॉन्ड्स, या इंडेक्स पर आधारित होता है। इनमें फ्यूचर्स, ऑप्शन्स, और स्वैप शामिल होते हैं।
- ओपन इंटरेस्ट का क्या मतलब है? ओपन इंटरेस्ट बाजार में मौजूदा अनुबंधों की कुल संख्या को दर्शाता है जो अभी भी खुली हैं और समाप्त नहीं हुई हैं। यह निवेशकों की गतिविधियों और बाजार की भावना को मापने का एक महत्वपूर्ण संकेतक है।
- लॉन्ग बिल्ड-अप और लॉन्ग अनवाइंडिंग का क्या मतलब है? लॉन्ग बिल्ड-अप तब होता है जब निवेशक किसी स्टॉक या इंडेक्स की बढ़ती कीमतों पर विश्वास करते हुए उसे खरीदते हैं। इसके विपरीत, लॉन्ग अनवाइंडिंग तब होती है जब निवेशक अपनी पोजीशन को बंद करते हैं, जिससे कीमतों में गिरावट होती है।
- शॉर्ट बिल्ड-अप और शॉर्ट कवरिंग का क्या मतलब है? शॉर्ट बिल्ड-अप तब होता है जब निवेशक किसी स्टॉक या इंडेक्स की कीमतों में गिरावट की उम्मीद करते हुए उसे बेचते हैं। शॉर्ट कवरिंग तब होती है जब निवेशक अपनी बेची गई पोजीशन को वापस खरीदते हैं, जिससे कीमतों में बढ़ोतरी होती है।
- पिवट प्वाइंट्स क्या हैं? पिवट प्वाइंट्स तकनीकी विश्लेषण में उपयोग किए जाने वाले संकेतक हैं जो संभावित समर्थन और प्रतिरोध स्तरों को पहचानने में मदद करते हैं। इन्हें पिछली अवधि के हाई, लो और क्लोज प्राइस के आधार पर गणना किया जाता है।
- वोलैटिलिटी इंडेक्स (VIX) क्या है? वोलैटिलिटी इंडेक्स (VIX) बाजार में अपेक्षित उतार-चढ़ाव का एक उपाय है। उच्च VIX का मतलब है कि निवेशक आगामी अवधि में अधिक उतार-चढ़ाव की उम्मीद कर रहे हैं।
- कॉल और पुट ऑप्शन क्या हैं? कॉल ऑप्शन अनुबंध होते हैं जो खरीदार को भविष्य में एक निश्चित कीमत पर एक संपत्ति खरीदने का अधिकार देते हैं, लेकिन बाध्यता नहीं। पुट ऑप्शन अनुबंध होते हैं जो खरीदार को भविष्य में एक निश्चित कीमत पर एक संपत्ति बेचने का अधिकार देते हैं, लेकिन बाध्यता नहीं।
- उच्च डिलीवरी प्रतिशत का क्या महत्व है? उच्च डिलीवरी प्रतिशत यह संकेत देता है कि निवेशक किसी स्टॉक में लंबे समय तक होल्ड करने के इरादे से खरीद रहे हैं। यह स्टॉक की मजबूत मांग और निवेशकों के बीच विश्वास का संकेत हो सकता है।
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