WHAT HAPPENED TODAY IN HISTORY MAY 27, एक दुखद खबर ने देश को गहरी चोट पहुंचाई, जब प्रधानमंत्री पंडित Jawaharlal Nehru का अचानक निधन हुआ। उनकी मौत ने देशवासियों को अचंभित कर दिया और राजनीतिक दलों में उनके उत्तराधिकारी की चर्चा शुरू हो गई। इस दिन ने भारतीय इतिहास को अलग रूप में महत्त्वपूर्ण बना दिया।
इस खबर की महत्वपूर्ण बातें
- 27 मई का इतिहास: नेहरू की पुण्यतिथि पर यादें ताजा
- नेहरू का निधन: देशभर में शोक की लहर, जानें क्या हुआ था उस दिन
- नेहरू की मृत्यु के बाद उत्तराधिकारी को लेकर उठे सवाल
27 मई 1964, यह वह दिन था जब भारत ने अपने पहले प्रधानमंत्री, पंडित जवाहरलाल नेहरू को खो दिया। यह दिन भारतीय इतिहास में गहरा शोक का दिन था। सुबह के लगभग 6 बजकर 30 मिनट पर, नेहरू को पैरालिटिक अटैक आया और इसके तुरंत बाद हार्ट अटैक। इस अटैक के बाद नेहरू अचेत हो गए और कई घंटों की कोशिशों के बाद भी डॉक्टर उन्हें बचा नहीं सके। डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
नेहरू के निधन की खबर रेडियो पर दोपहर दो बजे प्रसारित की गई। यह खबर सुनते ही पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। उस समय के गृह मंत्री, गुलजारी लाल नंदा को तत्काल कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाया गया। नेहरू की मौत के बाद भारत के अगले प्रधानमंत्री की खोज शुरू हुई। कांग्रेस पार्टी में बैठकों का दौर शुरू हुआ और इस रेस में सबसे पहले मोरारजी देसाई का नाम सामने आया। हालांकि, उनके नाम पर सर्वसम्मति नहीं बन सकी। चार दिन की बैठकों के बाद आखिरकार लाल बहादुर शास्त्री के नाम पर सहमति बनी और वे देश के दूसरे प्रधानमंत्री बने।
पंडित नेहरू आजाद भारत में 16 साल 9 महीने और 12 दिन तक प्रधानमंत्री रहे, जो एक रिकॉर्ड है। उन्होंने कभी भी अपने उत्तराधिकारी के बारे में संकेत नहीं दिया था। उनके निधन से पांच दिन पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनसे इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “मैंने इस बारे में सोचना तो शुरू किया है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि मेरी मौत इतनी जल्दी होने वाली है।”
प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद नेहरू देहरादून चले गए, जहां उनकी तबियत खराब हो गई। 26 मई की रात को वह दिल्ली लौटे। 27 मई की सुबह उन्हें पैरालिटिक अटैक आया और इसके बाद हार्ट अटैक। इंदिरा गांधी के फोन के बाद तीन डॉक्टर पीएम आवास पहुंचे, लेकिन कई घंटों की कोशिशों के बाद भी नेहरू को बचाया नहीं जा सका।
उस समय भी नेहरू के अंतिम दर्शन के लिए लगभग ढाई लाख लोग एकत्र हुए थे। नेहरू के निधन ने पूरे देश को गमगीन कर दिया था। उनके निधन ने भारतीय राजनीति में एक बड़ा खालीपन पैदा कर दिया था। उनके निधन के तुरंत बाद, देश और दुनिया ने उनके योगदान को याद किया और उन्हें श्रद्धांजलि दी।
आज हम इतिहास में एक महत्वपूर्ण घटना की याद करते हैं जिसने बच्चों के दिलों को जीत लिया। 27 मई, 1933 को, वर्ल्ड डिज्नी और बर्ट गिललेट ने ‘थ्री लिटिल पिग्स’ नामक एक एनिमेटेड शॉर्ट फिल्म जारी किया। इस कहानी ने पूरी दुनिया में बहुत पसंद की गई। इसी कहानी पर आधारित, ‘सिली सिम्फनी’ ने 1934 में सर्वश्रेष्ठ एनिमेटेड शॉर्ट फ़िल्म का ऑस्कर जीता। इस फिल्म की लागत केवल $22,000 थी, लेकिन यह $250,000 का विपुल आय उपलब्ध कराई।
आगे बढ़ते हैं, एक और इतिहास की धारा में, जब हम एक भयानक आपदा की याद में आते हैं। 27 मई, 2006 को, इंडोनेशिया में भूकंप आया। रिपोर्ट्स के अनुसार, इस भूकंप में लगभग 5 हजार लोगों की मौत हो गई थी। हजारों लोग घायल हो गए, जबकि 5 लाख से अधिक लोग बेघर हो गए थे।
27 मई को जन्मे व्यक्ति | 27 मई को हुए निधन |
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2003 – त्रिशा जॉली – भारत की बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। | 2016 – हंगपन दादा – ‘अशोक चक्र’ से सम्मानित भारतीय सेना के जांबाज सैनिक थे। |
1985 – चिराग़ जैन – जानेमाने कवि, पत्रकार तथा लेखक हैं। | 2009 – लोकनाथ मिश्रा – भारतीय राजनीतिज्ञ थे जो अरुणाचल प्रदेश और असम के राज्यपाल रहे। |
1894 – पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी – ख्यातिप्राप्त आलोचक तथा निबन्धकार के रूप में मिली। | 1994 – लक्ष्मण शास्त्री जोशी – भारतीय मराठी लेखकों में से एक थे। |
1954 – हेमन्त जोशी, हिन्दी के कवि, पत्रकार एवं पत्रकारिता के प्राध्यापक। | 1986 – अजय कुमार मुखर्जी – पश्चिम बंगाल के भूतपूर्व मुख्यमंत्री थे। |
1957 – नितिन गडकरी – भारत के उद्योगपति और ‘भारतीय जनता पार्टी’ के वरिष्ठ राजनेता। | 1964 – जवाहरलाल नेहरू – भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के महान् सेनानी एवं स्वतन्त्र भारत के प्रथम प्रधानमंत्री (1947-1964) |
1938 – भालचंद्र नेमाडे – भारतीय मराठी लेखक, उपन्यासकार, कवि, समीक्षक तथा शिक्षाविद थे। | 1983 – सरदार हुकम सिंह, भारतीय राजनीतिज्ञ और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष |
1928 – बिपिन चन्द्र – प्रसिद्ध इतिहासकार | 1935 – रमाबाई आम्बेडकर – डॉ. भीमराव आम्बेडकर की पत्नी थीं। |
1962 – रवि शास्त्री – प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ी एवं कमेंटेटर। | 1919 – कंदुकूरी वीरेशलिंगम – तेलुगु भाषा के प्रसिद्ध विद्वान, जिन्हें आधुनिक तेलुगु साहित्य में ‘गद्य ब्रह्मा’ के नाम से ख्याति मिली। |
1931 – ओ. एन. वी. कुरुप – प्रसिद्ध मलयाली कवि और गीतकार थे। |
देश दुनिया के इतिहास में 27 मई की तारीख पर दर्ज अन्य प्रमुख घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है
1153: मेलकॉलम IV स्कॉटलैंड के राजा बने.
1199: जोन की इंग्लैंड का राजा के रूप में ताजपोशी की गई.
1703 : सेंट पीटर्सबर्ग की स्थापना। रूस के इतिहास में इस शहर का खास महत्व है और इसे 1917 की महान रूसी क्रांति के गवाह के तौर पर विशेष पहचान मिली।
1805- नेपोलियन बोनापार्ट इटली के सम्राट बने।
1813 : अमेरिका ने फोर्ट जॉर्ज, कनाडा पर कब्जा किया।
1895 : ब्रिटिश आविष्कारक बर्ट एक्रेस ने फिल्म कैमरा/प्रोजेक्टर का पेटेंट कराया।
1896: ज़ार निकोलस द्वितीय रूस के अंतिम सम्राट बने।
1905: त्सुशिमा की लड़ाई
1907: सैन फ्रांसिस्को में प्लेग का प्रकोप।
1908 : मौलाना हकीम नुरूद्दीन अहमदिया मुस्लिम समुदाय के पहले खलीफा बने।
1921 : ब्रिटेन के नियंत्रण के 84 बरस बाद अफगानिस्तान को संप्रभुता मिली।
1923 :क्यू क्लक्स क्लैन ने अपने सदस्यों के प्रकाशन कानून की किसी आवश्यकता से इनकार किया।
1927 : चीन के गृह युद्ध में जापानी सेना का दखल।
1927 : फोर्ड मोटर कंपनी ने मॉडल टी कार का उत्पादन बंद कर दिया और मॉडल ए का उत्पादन शुरू किया।
1930 : न्यूयॉर्क में 319-मीटर (1,046-फुट) सबसे ऊंची इमारत, क्रिसलर बिल्डिंग का उद्घाटन।
1930: रिचर्ड जी ड्रूयू ने पारदर्शी सिलोफ़न टेप (सैलो टेप) नामक चिपकने वाले टेप का पेटेंट प्राप्त किया।
1933 : नई डील – यू.एस. फेडरल सिक्योरिटीज एक्ट लागू हुआ। सभी अमेरिकी कंपनियों को अपने शेयरों को संघीय व्यापार आयोग के साथ पंजीकृत करने के लिए मजबूर किया गया था।
1937 : सैन फ्रांसिस्को और मरीन काउंटी को जोड़ने वाला गोल्डन गेट ब्रिज पैदल चलने वालों के लिए खोला गया।
1939 : डी.सी. कॉमिक्स ने बैटमैन की पहली कॉमिक स्ट्रिप प्रकाशित की।
1940 : द्वितीय विश्व युद्ध: ले पारादीस का नरसंहार – जर्मन सैनिकों ने आत्मसमर्पण करने वाले रॉयल नॉरफ़ॉक रेजिमेंट के 99 सदस्यों में से 97 को मार डाला।
1941 : द्वितीय विश्व युद्ध: अमेरिकी राष्ट्रपति रूजवेल्ट ने आपातकाल की स्थिति की घोषणा की।
1941 : द्वितीय विश्व युद्ध: शक्तिशाली जर्मन युद्धपोत बिस्मार्क का डूबना। 2,100 नाविक और सैनिक मारे गए।
1948 : महात्मा गांधी की हत्या का मुकदमा शुरू।
1951 : बम्बई (अब मुंबई) में तारापोरवाला मछली घर का उद्घाटन। आज यह मछलियों के एक बड़े संग्रह के तौर पर विख्यात है। यहां देश दुनिया की बहुत सी प्रजातियों की मछलियां और अन्य समुद्री जीव रखे गए हैं।
1957 : कॉपीराइट विधेयक को मंजूरी दी गई। इसे 21 जनवरी 1958 को लागू किया गया।
1958 :F4 फैंटम की पहली उड़ान।
1960 : तुर्की में सैन्य विद्रोह। राष्ट्रपति सेलाल बयार का उठाने वाला कंगन।
1967 :ऑस्ट्रेलिया ने स्वदेशी आदिवासी लोगों को जनगणना में शामिल करने का फैसला किया।
1971 : पश्चिम जर्मनी के वुपर्टल के पास ट्रेन दुर्घटना। 46 की मौत, 25 घायल
1975 : इंग्लैंड के ग्रासिंगटन के पास दुर्घटना। 32 मारे गए।
1977 : पैन एम और केएलएम के दो विमान टकराए, 582 लोगों की मौत।
1980 : दक्षिण कोरियाई पुलिस ने जन आंदोलन को कुचला, 2000 लोगों की मौत।
1981- सोवियत संघ के पूर्वी कजाख क्षेत्र में परमाणु परीक्षण किया गया।
1991 : ऑस्ट्रिया के बोइंग विमान में धमाका हुआ था और 223 लोगों की मौत हो गई थी।
1994: रूसी मूल के उपन्यासकार अलेक्सांद्र सोलजेनित्सिन 20 साल तक अमेरिका में निर्वासित जीवन बिताने के बाद रूस वापस लौटे.
1994 :नोबेल साहित्य पुरस्कार विजेता रूसी लेखक एलेक्ज़ेंडर सोल्केनित्सिन पश्चिम में 20 वर्ष का निर्वासन समाप्त कर स्वदेश लौटे।
1995 :क्रिस्टोफर रीव, जो सुपरमैन की भूमिका निभाते हैं, वर्जीनिया के कल्पर में घोड़े की सवारी करते हुए गिर जाते हैं, और अपनी गर्दन के नीचे की मांसपेशियों का उपयोग करने की क्षमता खो देते हैं।
1997: सदर्न यूएस के टेक्सॉस में जमीन पर उठने वाला अजीब तूफान ‘टोरनेडो’ आया.
1997 :आज ही के दिन केवल महिलाओं का पहला दल उत्तरी ध्रुव पर पहुंचा था और इसमें 20 ब्रिटिश महिलाएं शामिल थीं।
1999 :हेग में अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय ने कोसोवो में मानवता के खिलाफ अपराधों के लिए स्लोबोडन मिलोसेविक पर आरोप लगाया।
1999 : बोत्सवाना की सुन्दरी पुले क्वेलागोव वर्ष 1999 की मिस यूनिवर्स चुनी गयीं, विश्व का सबसे बड़ा पर्यावरण पुरस्कार (सोफी पुरस्कार) डरमन हेली (सं.रा. अमेरिका) तथा थॉमस केयरी (भारत) को प्रदान किया गया, सर्विया के राष्ट्रपति स्लोबोदान मिलोसेविच अंतर्राष्ट्रीय न्यायाधिकरण द्वारा युद्ध अपराधी घोषित।
2000 : फिजी में महेन्द्र चौधरी सरकार बर्खास्त, राष्ट्रपति मारा ने प्रशासन सम्भाला।
2002 : नेपाल के प्रधानमंत्री देउबा को 3 साल के लिए पार्टी से निकाला गया।
2005 : दक्षिण अफ़्रीका की राजधानी प्रिटोरिया का नाम बदलकर श्वाने करने का निर्णय लिया गया।
2006 : इंडोनेशिया में आये विनाशकारी भूकम्प में कम से कम 2900 लोग मारे गये और हज़ारों लोग घायल हुए।
2008 :केन्द्र सरकार ने सीमेंट निर्यात पर लगाए गए प्रतिबन्ध को वापस लिया।
2010: भारत ने उड़ीसा के चांदीपुर में बालसोरा ज़िले में परमाणु तकनीक से लैस धनुष और पृथ्वी 2 मिसाइल का सफल परीक्षण किया। पृथ्वी 2 मिसाइल धरती से धरती पर मारक क्षमता वाली बेलिस्टिक मिसाइल है जिसकी रेंज 350 किमी है। जबकि धनुष पृथ्वी मिसाइल का नौसेना संस्करण है।
2010: भारत के राष्ट्रपति प्रतिभा पाटील की चीन के राष्ट्रपति हू जिंताओ तथा प्रधानमंत्री वेन जियाबाओ से हुई मुलाकात के बाद चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी सदस्यता के लिए भारत के प्रति समर्थन जताया।
2011: ग्लोबल इंटरनेट सर्च इंजन गूगल अब भारतीय शहरों की हर गली-नुक्कड़ की तस्वीरें इंटरनेट पर दिखाने जा रहा है। गूगल अर्थ के जरिए जहाँ अब तक आप धरती के विभिन्न हिस्सों की सैटलाइट तस्वीरें देख सकते थे, वहीं गूगल के नए फीचर स्ट्रीट व्यू से गली-नुक्कड़ तक को देखा जा सकेगा।
2013: इराक में हुए बम धमाके में 75 लोगों की मौत और 200 अन्य लोग घायल।
2016: बराक ओबामा हिरोशिमा पीस मेमोरियल पार्क जाने और हिबाकुशा से मिलने वाले पहले अमेरिकी राष्ट्रपति बने।
2018 : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश के बागपत में देश के पहले पर्यावरण अनुकूल और विश्व स्तरीय सुरक्षा विशेषताओं से लैस छह लेन वाले 135 किलोमीटर लम्बे राजमार्ग ईस्टर्न पेरीफरल एक्सप्रेस-वे का उदघाटन ।
2018 :चेन्नई सुपर किंग ने सन राईज़र हैदराबाद को हरा कर तीसरी बार आईपीएल मैच का खिताब जीत लिया।
2018 : फिल्म अभिनेता अक्षय कुमार ने नई दिल्ली में दो गड्ढों पर आधारित ट्विन पिट टॉयलेट टेक्नालाजी को लोकप्रिय बनाने के अभियान का शुभारम्भ किया।
2018: चांद पर पहुंचने वाले दुनिया के चौथे अंतरिक्ष यात्री ऐलेन बीन का निधन हो गया।
2018 : स्टेसी कनिंघम न्यूयॉर्क स्टॉक एक्सचेंज की पहली महिला अध्यक्ष बन गयी।
2018 : कांगो में नाव डूबने से 50 से अधिक लोगों की मौत हो गई।
पूछे जाने वाले प्रश्न
- पंडित जवाहरलाल नेहरू का निधन कब हुआ था? 27 मई 1964 को पंडित जवाहरलाल नेहरू का निधन हुआ।
- नेहरू की मृत्यु के बाद किसे कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाया गया? नेहरू की मृत्यु के बाद तत्कालीन गृह मंत्री गुलजारी लाल नंदा को कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाया गया।
- नेहरू के निधन के बाद भारत के अगले प्रधानमंत्री कौन बने? नेहरू के निधन के बाद लाल बहादुर शास्त्री भारत के अगले प्रधानमंत्री बने।
- नेहरू की मृत्यु का कारण क्या था? नेहरू की मृत्यु का कारण पैरालिटिक अटैक और हार्ट अटैक था।
- नेहरू ने अपने उत्तराधिकारी के बारे में क्या कहा था? नेहरू ने कहा था कि उन्होंने अपने उत्तराधिकारी के बारे में सोचना शुरू किया था, लेकिन उन्हें नहीं लगता था कि उनकी मौत इतनी जल्दी होगी।
- कौन उनके अधिकारी उत्तराधिकारी बने? उनके अधिकारी उत्तराधिकारी गुलजारी लाल नंदा थे, जो उन्हें कार्यवाहक प्रधानमंत्री बनाए गए।
- क्या नेहरू जी के निधन के पीछे किसी राजनीतिक खेल का शक है? हां, नेहरू जी की मृत्यु के पीछे कुछ लोगों का मानना था कि इसमें राजनीतिक खेल हो सकता है, लेकिन यह कभी स्पष्ट नहीं हुआ।
- क्या नेहरू जी के कार्यकाल में कोई अहम नीतियां थीं? हां, नेहरू जी के कार्यकाल में कई अहम नीतियां थीं। उनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग और कृषि क्षेत्र में नई योजनाएं और योजनाएं शामिल थीं। उन्होंने भारतीय समाज को आर्थिक और सामाजिक विकास की दिशा में अग्रसर किया।
- नेहरू जी का क्या योगदान था भारतीय इतिहास में? पंडित जवाहरलाल नेहरू भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण व्यक्ति थे। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाई और भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के बाद पहले प्रधानमंत्री के रूप में देश का नेतृत्व किया। उनकी नीतियां और विचारधारा भारतीय समाज को आधुनिक भारत की दिशा में अग्रसर करने में मदद की।