WHAT HAPPENED TODAY IN HISTORY MAY 24, Nicolaus Copernicus, एक महान वैज्ञानिक, जिन्होंने सबसे पहले बताया कि पृथ्वी सूर्य के चारों ओर घूमती है, लेकिन अपने जीवनकाल में इसे प्रकाशित नहीं किया क्योंकि उन्हें चर्च का डर था। उनकी मृत्यु के बाद, गैलीलियो ने इस सिद्धांत को लोकप्रिय बनाया।
इस खबर की महत्वपूर्ण बातें
- पृथ्वी सूर्य के चारों ओर घूमती है: कॉपर्निकस की महत्वपूर्ण खोज
- कॉपर्निकस का खुलासा: पृथ्वी सूरज का चक्कर लगाती है!
- क्यों छुपाया कॉपर्निकस ने यह रहस्य कि पृथ्वी सूर्य के चारों ओर घूमती है?
पृथ्वी, सूर्य के चारों ओर घूमती है: कॉपर्निकस ने क्यों नहीं उठाया इस राज से पर्दा? इस ब्रह्माण्ड में कई ऐसे राज हैं जिन्हें समझ पाना मानव के लिए हमेशा से चुनौतीपूर्ण रहा है। लेकिन मानव मस्तिष्क ने इन चुनौतियों को समय-समय पर मात दी है। इसी क्रम में हम आज बात करेंगे एक महान वैज्ञानिक निकोलस कॉपर्निकस की, जिन्होंने वैज्ञानिक दृष्टिकोण को बदल कर रख दिया।
24 मई, 1543 को महान वैज्ञानिक निकोलस कॉपर्निकस का निधन हुआ। कॉपर्निकस ने सबसे पहले यह सिद्ध किया कि पृथ्वी सूर्य के चारों ओर घूमती है। लेकिन उन्होंने इस सिद्धांत को अपने जीवनकाल में प्रकाशित नहीं किया। उस समय की चर्च की ताकतवर पकड़ और उसके कट्टर विचारों के चलते, कॉपर्निकस ने अपने सिद्धांत को सार्वजनिक करने से परहेज किया। उस समय, लोग मानते थे कि पृथ्वी स्थिर है और सूर्य उसके चारों ओर घूमता है।
कॉपर्निकस के निधन के 21 साल बाद, 15 फरवरी 1564 को इटली के पीसा में गैलीलियो गैलिली का जन्म हुआ। गैलीलियो ने कॉपर्निकस के सिद्धांत का समर्थन किया और अपनी पुस्तक ‘डायलॉग’ में लिखा कि पृथ्वी सूर्य के चारों ओर घूमती है। इस प्रकार, गैलीलियो ने कॉपर्निकस के सिद्धांत को आगे बढ़ाया और इसे स्थापित किया।
कॉपर्निकस की यह खोज कि पृथ्वी सूर्य के चारों ओर घूमती है, विज्ञान के प्रति उनके समर्पण और प्रचलित धारणाओं को चुनौती देने की उनकी इच्छाशक्ति का प्रतीक है। यह घटना अनुसंधान के महत्व और स्थापित विचारों को चुनौती देने के महत्व को याद दिलाती है।
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के लिए 24 मई का दिन बेहद खास है। 1920 में इसी दिन इस प्रतिष्ठित संस्थान की स्थापना हुई थी। महान समाज सुधारक सर सैयद अहमद खान ने 1877 में मुसलमानों को आधुनिक शिक्षा प्रदान करने के लिए एक स्कूल की स्थापना की थी, जो बाद में मुस्लिम एंग्लो ओरिएंटल कॉलेज बना। यही कॉलेज 1920 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के रूप में विकसित हुआ। आजादी के बाद, यह देश के चार केंद्रीय विश्वविद्यालयों में से एक था।
विश्वविद्यालय के इतिहास पर नजर डालें तो पता चलता है कि 1857 की क्रांति का सर सैयद अहमद खान पर गहरा प्रभाव पड़ा। उनके परिवार के सदस्य भी ब्रिटिश गोलियों का शिकार हुए थे। सर खान एक शिक्षित और बुद्धिमान व्यक्ति थे, जिन्होंने आधुनिक शिक्षा को हथियार बनाकर अंग्रेजों को सबक सिखाने का निर्णय लिया। इसके लिए, वे ईस्ट इंडिया कंपनी में शामिल हुए और 1870 में इंग्लैंड गए ताकि आधुनिक शिक्षा के बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त कर सकें।
वहां, उन्होंने ऑक्सफोर्ड और कैंब्रिज जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों का दौरा किया और भारत में भी आधुनिक शिक्षा का प्रसार करने का सपना देखा। वापस आकर, उन्होंने अलीगढ़ में सिर्फ सात छात्रों के साथ एक मदरसे की स्थापना की। धीरे-धीरे छात्रों की संख्या बढ़ने लगी और 1877 में इसे विस्तार करते हुए एंग्लो ओरिएंटल कॉलेज की शुरुआत की गई। यही कॉलेज 1920 में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय बन गया, जो आज दुनियाभर में एक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान के रूप में प्रसिद्ध है।
24 मई 1985 को बांग्लादेश में एक भयंकर चक्रवाती तूफान आया था। इस दौरान हवा की रफ्तार 150 से 154 किमी/घंटा थी। इस भीषण तूफान में 10,000 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवाई। हजारों लोग घायल हुए और बस्तियां तबाह हो गईं। इस विनाशकारी तूफान को ट्रॉपिकल स्टॉर्म वन (Tropical Storm One (1B)) नाम दिया गया।
24 मई को जन्मे व्यक्ति | 24 मई को हुए निधन |
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1969 – सुधीर कुमार वालिया – भारतीय थल सेना के जांबाजों में से एक थे। | 2023 – टी. रिनपोछे – भारतीय राज्य लद्दाख़ के प्रसिद्ध आध्यात्मिक और राजनीतिक नेता थे। |
1955 – राजेश रोशन – हिन्दी फ़िल्मों के प्रसिद्ध संगीतकार हैं। | 2000 – मजरूह सुल्तानपुरी, हिन्दी फ़िल्मों के प्रसिद्ध गीतकार और शायर। |
1952 – रंजन मथाई – भारत के पूर्व ‘भारतीय विदेश सचिव’। | 1999 – गुरु हनुमान – भारत के महान् कुश्ती प्रशिक्षक (कोच) व पहलवान। |
1954 – बछेंद्री पाल – माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम भारतीय महिला। | 1981 – एस. के. पाटिल – भारत के प्रमुख राजनेता। |
1937 – थौनाओजम चौबा सिंह- भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिज्ञ हैं। | 1905 – प्रतापचंद्र मज़ूमदार – ब्रह्मसमाज के प्रसिद्ध नेता। |
1928 – जन कृष्णमूर्ति – 2001 से 2002 तक भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे। | 1990 – के. एस. हेगड़े- भारतीय विधिवेत्ता, राजनीतिज्ञ और पूर्व लोकसभा अध्यक्ष। |
1920 – नीलमणि राउत्रे – भारतीय राजनीतिज्ञ तथा उड़ीसा राज्य के भूतपूर्व मुख्यमंत्री थे। | 1879 – विलियम लायड गैरिसन – अमेरीकी दासता विरोधी आंदोलन के नेता। |
1899 – काज़ी नज़रुल इस्लाम – प्रसिद्ध बांग्ला कवि, संगीत सम्राट, संगीतज्ञ और दार्शनिक थे। | 1543 – निकोलस कॉपरनिकस – प्रसिद्ध यूरोपिय खगोलशास्त्री व गणितज्ञ थे। |
1896 – करतार सिंह सराभा – भारत के प्रसिद्ध क्रान्तिकारियों में से एक। | |
1819 – महारानी विक्टोरिया – ग्रेट ब्रिटेन और आयरलैण्ड की महारानी। |
देश दुनिया के इतिहास में 24 मई की तारीख पर दर्ज अन्य प्रमुख घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है
1218 : पांचवां धर्मयुद्ध एकर से मिस्र तक चला।
1276 : मैग्नस लाडुलस स्वीडन के राजा बने।
1543 : पोलैंड के खगोलविद निकोलस कापरनिकस का निधन, जिन्होंने यह सिद्धांत प्रतिपादित किया था कि पृथ्वी समेत सभी ग्रह सूरज के गिर्द चक्कर लगाते है और पृथ्वी अपनी धुरी पर भी घूमती है, जिससे विभिन्न मौसम आते जाते हैं।
1660: ब्रिटेन के राजा चार्ल्स द्वितिय ने नीदरलैंड का दौरा किया.
1689 : ब्रिटिश संसद ने प्रोटेस्टेंट इसाइयों को धार्मिक स्वतंत्रता की गारंटी दी।
1787 : अमेरिकी संविधान सभा का उद्घाटन।
1824 : अंग्रेजों ने प्रथम आंग्ल-वर्मा युद्ध मे रंगून और वर्मा पर कब्जा कर लिया।
1875 : सैयद अहमद खान ने अलीगढ़ में मुहम्मदीन एंग्लो ओरिएंटल स्कूल की स्थापना की जो वर्तमान में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के नाम से प्रसिद्ध है।
1877 : सैयद अहमद खान ने अलीगढ़ में सात छात्रों के साथ एक मदरसे की स्थापना की जो बाद में मुस्लिम एंग्लो ओरिएंटल कॉलेज और फिर अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय बना।
1883 : ब्रुकलिन और मैनहट्टन को जोड़ने वाले ब्रुकलिन ब्रिज को यातायात के लिए खोला गया।
1915 : थॉमस अल्वा एडिसन ने टेलीस्क्राइब का अविष्कार किया।
1931 : पहली वातानुकूलित यात्री ट्रेन अमेरिका के वाल्टमोर ओहियो मार्ग पर चलाई गई।
1957: कोलंबिया में भूकंप के झटके महसूस किए गए.
1959 : साम्राज्य दिवस का नाम बदलकर राष्ट्रमंडल दिवस किया गया।
1964: रेफरी के एक विवादास्पद फैसले से स्टेडियम में ही भगदड़ मच गई. 300 से ज्यादा लोग मारे गए.
1985 : बांग्लादेश में चक्रवाती तूफान से दस हजार लोगों की मौत।
1986 : मार्गरेट थैचर इजरायल का दौरा करने वाली ब्रिटेन की पहली प्रधानमंत्री बनीं।
1994 : मीना (सऊदी अरब) में हज से जुड़े एक समारोह के समय भगदड़ मचने से 250 लोगों से भी अधिक हाजियों की मृत्यु।
1994 : न्यूयार्क सिटी में 1993 में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर बम हमला करने वाले चार आरोपियों में से प्रत्येक को 240 वर्ष कैद की सजा सुनाई गई।
2000 : इस्राइल ने दक्षिणी लेबनान पर अपना 18 साल पुराना कब्जा समाप्त किया और वहां से उसकी सेना की वापसी हुई।
2001 : नेपाल के 15 वर्षीय शेरपा तेंबा शेरी माउंट एवरेस्ट की चोटी को फतह करने वाले सबसे कम उम्र के पर्वतारोही बने।
2002 : नेपाल में नेपाली कांग्रेस ने प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा को नेपाली कांग्रेस पार्टी से निलंबित किया।
2002: रूस और अमेरिका ने मास्को संधि पर हस्ताक्षर किया.
2003 : इस्रायल के प्रधानमंत्री एरियल शैरोन ने पश्चिम एशिया शांति योजना को स्वीकार किया।
2004 : उत्तर कोरिया ने मोबाइल फोन पर प्रतिबंध लगाया।
2005 : एनबी इंकबेयर मंगोलिया के राष्ट्रपति चुने गये।
2014 : थाईलैंड की पूर्व प्रधानमंत्री यिंगलक शिनावात्रा को सैन्य तख्तापलट के बाद गिरफ्तार कर लिया गया।
2015 : आयरलैंड गणराज्य ने समलैंगिक विवाह को वैध बनाने के लिए मतदान किया, समलैंगिक विवाह को वैध बनाने वाला पहला देश बन गया।
2020 : देश में कोविड-19 के मामलों में काफी बढ़ोतरी देखी गई और 24 घंटे में रिकॉर्ड 6,767 नये मामले सामने आए, जिससे संक्रमण के कुल मामले 1,31,868 तक जा पहुंचे जबकि मृतकों की संख्या 3,867 हुई।
पूछे जाने वाले प्रश्न
- निकोलस कॉपर्निकस कौन थे?निकोलस कॉपर्निकस 16वीं सदी के एक प्रसिद्ध पोलिश खगोलविद थे जिन्होंने सबसे पहले यह सिद्धांत प्रतिपादित किया कि पृथ्वी और अन्य ग्रह सूर्य के चारों ओर घूमते हैं।
- कॉपर्निकस ने अपनी खोज को तुरंत क्यों नहीं प्रकाशित किया?कॉपर्निकस को डर था कि उनकी खोज चर्च की प्रचलित मान्यताओं का खंडन करती है और इसके परिणामस्वरूप उन्हें चर्च से विरोध का सामना करना पड़ सकता है।
- कॉपर्निकस का प्रमुख कार्य कौन सा है?कॉपर्निकस का प्रमुख कार्य “डी रिवोल्यूशन्स ऑर्बियम कोएलस्टीयम” है, जिसमें उन्होंने पृथ्वी के सूर्य के चारों ओर घूमने का सिद्धांत प्रस्तुत किया।
- कॉपर्निकस की खोज को किसने लोकप्रिय बनाया?गैलीलियो गैलिली ने कॉपर्निकस के सिद्धांत को लोकप्रिय बनाया। उन्होंने अपनी पुस्तक “डायलॉग” में इस सिद्धांत का समर्थन किया और अपने दूरबीन के माध्यम से इसके प्रमाण प्रस्तुत किए।
- कॉपर्निकस और गैलीलियो को चर्च से क्या विरोध झेलना पड़ा?कॉपर्निकस ने अपनी खोजों को प्रकाशित करने से परहेज किया क्योंकि उन्हें चर्च के विरोध का डर था। गैलीलियो को चर्च की ओर से कठोर विरोध का सामना करना पड़ा और उन्हें अपने विचारों को सार्वजनिक रूप से त्यागने के लिए मजबूर किया गया।
- कॉपर्निकस की मृत्यु कब हुई?कॉपर्निकस का निधन 24 मई 1543 को हुआ था।
- कॉपर्निकस के बाद गैलीलियो का जन्म कब हुआ?गैलीलियो का जन्म कॉपर्निकस की मृत्यु के 21 साल बाद, 15 फरवरी 1564 को इटली के पीसा में हुआ था।
- हेलिओसेंट्रिक सिद्धांत क्या है?हेलिओसेंट्रिक सिद्धांत वह सिद्धांत है जिसमें कहा गया है कि पृथ्वी और अन्य ग्रह सूर्य के चारों ओर घूमते हैं, जो कि कॉपर्निकस ने प्रतिपादित किया था।
- कॉपर्निकस की खोज का वैज्ञानिक समुदाय पर क्या प्रभाव पड़ा?कॉपर्निकस की खोज ने विज्ञान को एक नई दिशा दी और खगोल विज्ञान के क्षेत्र में एक क्रांतिकारी बदलाव लाया। इसने वैज्ञानिकों को ब्रह्मांड की संरचना को नए दृष्टिकोण से समझने के लिए प्रेरित किया।
- 24 मई की तारीख के अन्य महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएं क्या हैं? 24 मई को कई महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाएं घटी हैं, जैसे 1218 में पांचवां धर्मयुद्ध, 1824 में प्रथम आंग्ल-बर्मा युद्ध में रंगून पर कब्जा, और 2000 में इस्राइल द्वारा दक्षिणी लेबनान से कब्जा समाप्त करना।
- कॉपर्निकस ने कौन सा महत्वपूर्ण सिद्धांत प्रस्तुत किया?कॉपर्निकस ने यह सिद्धांत प्रस्तुत किया कि पृथ्वी समेत सभी ग्रह सूर्य के चारों ओर घूमते हैं।
- कॉपर्निकस ने अपने सिद्धांत को प्रकाशित क्यों नहीं किया?कॉपर्निकस ने अपने सिद्धांत को प्रकाशित नहीं किया क्योंकि उन्हें चर्च की प्रतिक्रियाओं का डर था।
- कॉपर्निकस के बाद किसने उनके सिद्धांत का समर्थन किया?गैलीलियो गैलिली ने कॉपर्निकस के सिद्धांत का समर्थन किया और इसे अपनी पुस्तक ‘डायलॉग’ में प्रकाशित किया।
- गैलीलियो गैलिली का जन्म कब हुआ?गैलीलियो गैलिली का जन्म 15 फरवरी 1564 को इटली के पीसा में हुआ था।
- 24 मई की तारीख को और कौन-कौन सी महत्वपूर्ण घटनाएँ हुईं?24 मई की तारीख को कई महत्वपूर्ण घटनाएँ हुईं, जैसे कि मैग्नस लाडुलस का स्वीडन के राजा बनना, और अमेरिकी संविधान सभा का उद्घाटन।