WHAT HAPPENED TODAY IN HISTORY MAY 05,सन् 2006 में भारतीय संगीतकार नौशाद ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। नौशाद को ‘संगीत के जादूगर’ के रूप में जाना जाता है, जिनका संगीत अनमोल है। उनका जन्म 25 दिसंबर 1919 को हुआ था, और उन्होंने अपने जीवन में बहुत सारी फिल्मों के संगीत को स्वर दिया। नौशाद ने भारतीय सिनेमा को अपने अद्वितीय संगीत से संवारा और उनका योगदान आज भी याद किया जाता है।
इस खबर की महत्वपूर्ण बातें
- 5 मई का इतिहास: संगीत के महान नौशाद ने कहा अलविदा
- संगीत के जादूगर नौशाद की आखिरी वाणी: दुनिया में शोक का माहौल
- नौशाद का अंतिम संगीत: क्या वास्तव में वह बेहतरीन थे?
भारतीय संगीत के महान संगीतकार नौशाद(Naushad) अली के इतिहास में आज एक महत्वपूर्ण दिन है। इस दिन उन्होंने हमें छोड़कर दुनिया को अलविदा कह दिया। नौशाद का जन्म 25 दिसंबर 1919 को लखनऊ में हुआ था, और उन्होंने भारतीय संगीत को नई दिशाएँ देने का सपना देखा था।
नौशाद ने संगीत के लिए अपने घर को छोड़ दिया और मुंबई आकर अपने सपनों को पूरा किया। उन्होंने अपनी पहली फिल्म ‘रतन’ में संगीत दिया, और फिर ‘बैजू बावरा’ जैसी हिट फिल्मों के संगीत के लिए मशहूर हुए। उनकी रचनाओं ने भारतीय संगीत को नया रंग दिया और उन्हें अनगिनत सम्मानों से नवाजा।
नौशाद ने ‘मुगल-ए-आजम’ जैसी फिल्मों के संगीत के लिए भी बहुत प्रशंसा पाई। उनकी धुनें आज भी हमें याद हैं और उनके संगीत का प्रभाव अज्ञात है।
नौशाद अली को 1981 में दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया था, जिससे उन्हें भारतीय संगीत के राजा के रूप में सम्मानित किया गया।
उनकी मृत्यु के बाद, उनकी धुनें हमें हमेशा याद रहेंगी, और उन्हें संगीत के जादूगर के रूप में स्मरण किया जाएगा।
5 मई को जन्मे व्यक्ति | 5 मई को हुए निधन |
---|---|
1970 – समरेश जंग – भारत के प्रसिद्ध निशानेबाज़। | 2017 – लीला सेठ – भारत में उच्च न्यायालय की प्रथम महिला न्यायाधीश। |
1956 – गुलशन कुमार – प्रसिद्ध निर्माता-निर्देशक और व्यवसायी। | 2008: विख्यात तबला वादक पंडित किशन महाराज। |
1954 – मनोहर लाल खट्टर – हरियाणा के वर्तमान मुख्यमंत्री। | 2008: डिस्पोजल सीरिंज के आविष्कारक न्यूजीलैंड के कोलिन मार्डोक। |
1937 – मेजर होशियार सिंह, परमवीर चक्र सम्मानित भारतीय सैनिक। | 2006 – नौशाद अली – प्रसिद्ध फ़िल्मी संगीतकार। |
1936 – नरिन्दर नाथ वोहरा – व्यावसायिक अधिकारी और पूर्व प्रशासनिक सेवा अधिकारी (आईएस)। | 1961 – गोरख प्रसाद – गणितज्ञ और हिंदी में वैज्ञानिक साहित्य के बहुप्रतिभ लेखक। |
1935 – आबिद सुरती – राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता हिन्दी-गुजराती साहित्यकार। | 1957: हेमचंद्र रायचौधरी – भारतीय इतिहासकार। |
1929 – अब्दुल हमीद कैसर – भारत के प्रसिद्ध क्रांतिकारी। | 1953 – आर. के. शनमुखम चेट्टी – राजनीतिज्ञ और स्वतंत्र भारत के पहले वित्त मंत्री। |
1922 – यूजीनी क्लार्क – अमेरिकी समुद्री जीवविज्ञानी (“शार्क लेडी”)। | 1821 – नेपोलियन बोनापार्ट – फ़्राँसीसी सैन्य अधिकारी और राजनीतिक नेता। |
1916 – ज्ञानी ज़ैल सिंह – भारत के पूर्व राष्ट्रपति। | 1799: टीपू सुल्तान – मैसूर राज्य के शासक। |
1911 – प्रीतिलता वादेदार – बंगाल की राष्ट्रवादी क्रांतिकारी। | |
1903 – अविनाशलिंगम चेट्टियार – भारतीय अधिवक्ता और स्वतंत्रता सेनानी। | |
1902 – केसी रेड्डी – कर्नाटक के पहले मुख्यमंत्री और मध्य प्रदेश के राज्यपाल। | |
1818 – कार्ल मार्क्स – जर्मन दार्शनिक, अर्थशास्त्री और वैज्ञानिक। | |
1767 – त्यागराज – प्रसिद्ध कवि और संगीतज्ञ। | |
1479 – गुरु अमरदास जी – सिखों के तीसरे गुरू। |
देश दुनिया के इतिहास में 05 मई की तारीख पर दर्ज अन्य प्रमुख घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है
1896: लंदन डेली मेल का पहला संस्करण प्रकाशित हुआ
1924: पेरिस में 8वें ओलिंपिक खेलों की शुरुआत हुई
1949 – भारत में झारखंड पार्टी की स्थापना हुई ।
1961 : अमेरिका के पहले अंतरिक्ष यात्री कमांडर ऐलन शेपर्ड अपने अंतरिक्ष यान से अटलांटिक महासागर में उतरे। उन्हें एक हेलीकाप्टर ने पानी से बाहर निकाला और शेपर्ड ने अपनी इस यात्रा को ‘शानदार सैर’ करार दिया।
1975: मूक फिल्मों के स्टार चार्ली चैपलिन को बकिंघम पैलेस में नाइट की उपाधि प्रदान की गई
1980 : लंदन में स्थित ईरानी दूतावास को कुछ हमलावरों के कब्जे से आज़ाद कराया गया। ब्रिटिश एसएएस कमांडो ने पांच ईरानी बंदूकधारियों को मार डाला और एक को हिरासत में लेकर इस नाटक का अंत किया।
1984 : फू दोरजी आक्सीजन के बिना माउंट एवरेस्ट को फतह करने वाले पहले भारतीय बने।
1999 – रोजाने प्रोदी यूरोपीय संघ के कार्यकारी अध्यक्ष बने।
2003 – भारत-बांग्लादेश संयुक्त नदी आयोग की बैठक सिलहट में शुरू, बेल्जियम में गुय वेरहोफ्सराड के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार का पतन।
2005 : ब्रिटेन में लेबर पार्टी के नेता टोनी ब्लेयर ने तीसरी बार प्रधानमंत्री का पद संभाला।
2008-एनटीपीसी के रिहन्द सुपर थर्मल पॉवर प्रोजेक्ट को लगातार तीसरे वर्ष ग्रीनटेक गोल्ड सेफ्टी अवार्ड मिला।
2009 : पाकिस्तान की स्वात घाटी को तालिबान उग्रवादियों के कब्जे से मुक्त कराने के लिए प्रस्तावित सैन्य कार्रवाई को देखते हुए इलाके के हजारों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया।
2010 : आंध्र प्रदेश के श्री हरिकोटा अंतरिक्ष केंद्र से इसरो द्वारा विकसित नई पीढ़ी के उच्च क्षमता वाले साउंडिंग रॉकेट को परीक्षण उड़ान पर भेजा गया।। इसे देसी रॉकेटों में अब तक का सबसे भारी रॉकेट बताया गया, जिसमें एयर ब्रीथिंग तकनीक वाले स्क्रैमजेट इंजन मॉड्यूल का इस्तेमाल किया गया।
2010: भारत के सर्वोच्च न्यायालय ने नारको एनालिसिस, ब्रेन मैपिंग या पोलीग्राफ टेस्ट जैसी जांचों को व्यक्ति के संविधान में प्राप्त स्वदोषारोपण से छूट व निजी स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का उल्लंघन बताकर अस्वीकार कर दिया।
2010:राजस्थान सरकार द्वारा गुर्जरों को 1 प्रतिशत आरक्षण तत्काल और 4 प्रतिशत का बैकलॉग रखने के समझौते के बाद गुर्जरों ने आंदोलन समाप्त कर दिया।
2010:इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) ने सभी कोर्सों में सेक्स वर्कर्स और उनके आश्रितों की फ़ीस माफ करने की घोषणा की।
2010 : सर्वोच्च न्यायालय ने संदिग्ध अपराधियों पर किए जाने वाले नार्को एनालिसिस, ब्रेन मैपिंग अथवा पोलीग्राफ टेस्ट जैसी जांच को अस्वीकार कर दिया और इसे निजी स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार का उल्लंघन बताया।
2017 : इसरो ने दक्षिण एशिया उपग्रह को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष में प्रक्षेपित किया।
2017: इसरो ने सफलतापूर्वक लॉन्च किया साउथ एशिया सैटेलाइट।
2020 : कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या 1,583 तक पहुंची। संक्रमण के कुल मामले 46,711 हो गए।
पूछे जाने वाले प्रश्न
- नौशाद का जन्म कहाँ हुआ था? नौशाद का जन्म 25 दिसंबर 1919 को लखनऊ में हुआ था।
- नौशाद अली कौन थे ? नौशाद अली भारतीय संगीतकार थे जिन्होंने बॉलीवुड में अपनी अद्वितीय संगीत रचनाओं के लिए प्रसिद्धता प्राप्त की।
- नौशाद की सबसे प्रसिद्ध फिल्म कौन सी है? उनकी सबसे प्रसिद्ध फिल्म ‘मुगल-ए-आजम’ है, जिसमें उन्होंने गाने ‘जब प्यार किया तो डरना क्या…’ को संगीतिक रूप दिया।
- नौशाद का अंतिम कार्य क्या था? उनकी अंतिम फिल्म ‘ताजमहल’ थी, जिसमें उन्होंने संगीत निर्देशन किया था।
- किस वर्ष उन्हें दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था? उन्हें 1981 में दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
- नौशाद की कौन सी फिल्मों में संगीत रचना थी? उन्होंने फिल्मों में ‘बैजू बावरा’, ‘कोहिनूर’, ‘पाकीजा’, ‘गंगा-जमुना’, ‘बाबुल’, और ‘मेरे महबूब’ जैसी हिट फिल्मों के लिए संगीत रचा था।
- नौशाद का निधन किस वर्ष हुआ था? नौशाद अली का निधन 5 मई 2006 को हुआ था।
- नौशाद अली का कितना योगदान था भारतीय संगीत में? नौशाद अली का योगदान भारतीय संगीत में अत्यंत महत्वपूर्ण था। उनकी रचनाओं ने भारतीय संगीत को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया।