WHAT HAPPENED TODAY IN HISTORY MAY 01, महाराष्ट्र और गुजरात अलग-अलग बने थे राज्य, जानिए आज का इतिहास। इस दिन अमेरिका में 1886 में हज़ारों मज़दूरों ने एक साथ हड़ताल की शुरुआत की थी, जो बाद में ‘मजदूर दिवस’ के रूप में मनाया जाने लगा। इसके अलावा, इस दिन कई महत्वपूर्ण घटनाएं हुई हैं जैसे कि हिन्दी फ़िल्म अभिनेता बलराज साहनी का जन्म, फोर्ड कंपनी द्वारा 8 घंटे कामकाज का नियम लागू करना, और मई दिवस का उद्घाटन।
इस खबर की महत्वपूर्ण बातें
01 मई: इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाएं
मजदूर दिवस: जानिए कैसे बदला कामकाज का तजुर्बा
क्या यह सिर्फ अमेरिका का है? एक मई का मजदूर दिवस का उत्सव दुनिया भर में
01 मई को महाराष्ट्र और गुजरात के अलग-अलग बनने के साथ-साथ, यह एक महत्वपूर्ण दिन है भारतीय और विश्व इतिहास में। यह दिन ‘मजदूर दिवस‘ के रूप में मनाया जाता है, जो 137 साल पुराना है। इस दिन कई महत्वपूर्ण घटनाएं हुई हैं, जिनमें सबसे प्रमुख है 1886 में अमेरिका के शिकागो में मज़दूरों के हड़ताल की शुरुआत। इस हड़ताल का मकसद था काम के घंटे के नियमन के खिलाफ विरोध करना। इसके बाद, विभिन्न देशों में इस उत्सव का प्रसार हुआ।
1913 में प्रसिद्ध हिन्दी फ़िल्म अभिनेता बलराज साहनी का जन्म हुआ, जो भारतीय सिनेमा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिकाओं के लिए जाने जाते हैं। इसके बाद, 1914 में फोर्ड कंपनी ने कामकाजी के लिए आठ घंटे का नियम लागू किया, जो कामगारों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम था।
इसके अलावा, मई महीने में कई और महत्वपूर्ण घटनाएं भी हुईं, जैसे कि मन्ना डे का जन्म, जो भारतीय संगीत के मशहूर गायक थे। और 1960 में महाराष्ट्र और गुजरात अलग-अलग राज्य बन गए, जिससे भारतीय राजनीति में बड़े परिवर्तन आये।
आज, इस दिन को मजदूर दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो मजदूरों के अधिकारों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रतीक है। यह एक अवसर है समाज को मजदूरों के संघर्षों और उनकी योगदान को समझने का।
देश दुनिया के इतिहास में 01 मई की तारीख पर दर्ज अन्य प्रमुख घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है
1886-अमेरिका के शिकागो में कामगारों के लिए काम के घंटे तय करने को लेकर हड़ताल, मजदूर दिवस मनाने की शुरूआत।
1914-कार निर्माता फोर्ड वह पहली कंपनी बनी जिसने अपने कर्मचारियों के लिए आठ घंटे काम करने का नियम लागू किया।
1923-भारत में मई दिवस मनाने की शुरुआत।
1927-हिन्दी के प्रसिद्ध कवि एवं समकालीन आलोचक नामवर सिंह का जन्म।
1945-सोवियत लाल सेना का बर्लिन में प्रवेश।
1956-जोनसा साल्क द्वारा विकसित पोलियो वैक्सीन जनता के लिए उपलब्ध कराई गई।
1960-महाराष्ट्र और गुजरात अलग अलग राज्य बने।
1964-नेकराम शर्मा , भारतीय राज्य हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध किसान का जन्म। वर्ष 2023 में भारत सरकार ने उन्हें कृषि क्षेत्र में उनके योगदान हेतु ‘पद्म श्री’ से सम्मानित किया।
1972-देश की कोयला खदानों का राष्ट्रीयकरण।
1984-फू दोरजी बिना ऑक्सीजन के माउंट एवरेस्ट पर चढ़ने में सफल।
1993-श्रीलंका के राष्ट्रपति रणसिंघे प्रेमदास की बम विस्फोट में मृत्यु।
1996-संयुक्त राष्ट्र ने स्वयं को सरकारी तौर पर निर्धन घोषित किया।
1998-पोलैंड, हंगरी और चेक गणराज्य को नाटो में शामिल करने संबंधी प्रस्ताव सीनेट में पारित।
1999-नेपाल में मृत्युदंड की सज़ा समाप्त।
2000-अंतर्राष्ट्रीय अन्तर-संसदीय संघ ने पाकिस्तान, आइवरी कोस्ट व सूडान को देश की संसद भंग करने के लिए संघ की सदस्यता से निलंबित किया।
2001-लश्कर-ए-तोइबा व जैश-ए-मोहम्मद संयुक्त राज्य अमेरिका में आतंकवादी संगठन घोषित, भारत संयुक्त अमेरिकी की विशेष 301 सूची में शामिल।
2002-अमेरिका की अपील पर इस्रायल ने हेब्रोन से सेना हटाई।
2003-अमेरिकी राजनयिक पाल ब्रोमर की इराक के प्रशासक पद पर नियुक्ति।
2004-यूरोपीय संघ में 10 नये राष्ट्र शामिल।
2005-सद्दाम हुसैन ने सशर्त रिहाई की अमेरिकी पेशकश ठुकराई।
2007-ईएसपीएन द्वारा वनडे क्रिकेट रैंकिंग में भारत को नवां स्थान।
2008-राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने इलाहाबाद उच्च न्यायालय में सात नये जजों की नियुक्ति की।
2009-स्वीडन ने समलैंगिक विवाह को मंजूरी दी।
2011-अमेरिका पर 2001 के हमले के मास्टरमाइंड ओसामा बिन लादेन के पाकिस्तान के ऐबटाबाद में मारे जाने की पुष्टि।
2020-देश में कोरोना वायरस के कारण मरने वाले लोगों की संख्या 1,152 हो गई और संक्रमितों की संख्या बढ़कर 35,565 हो गई।
1 मई को जन्मे व्यक्ति
1 मई को हुए निधन
1986 – संदीप कुमार – भारतीय एथलेटिक्स हैं।
2021 – बिक्रमजीत कंवरपाल – हिन्दी फ़िल्मों के अभिनेता थे।
1969 – हीरा सरनीया – असम से भारतीय राजनीतिज्ञ हैं।
2021 – देबू चौधरी – भारत के प्रमुख सितार वादक थे।
1964 – नेकराम शर्मा- भारतीय राज्य हिमाचल प्रदेश के प्रसिद्ध किसान हैं। वर्ष 2023 में भारत सरकार ने उन्हें कृषि क्षेत्र में उनके योगदान हेतु ‘पद्म श्री’ से सम्मानित किया है।
2008 – निर्मला देशपांडे – गांधीवादी विचारधारा से जुड़ी हुईं प्रसिद्ध महिला सामाजिक कार्यकर्ता।
1961 – अजय भट्ट – भारतीय जनता पार्टी के राजनीतिज्ञ हैं।
2004 – राम प्रकाश गुप्ता – ‘भारतीय जनता पार्टी’ के प्रसिद्ध नेता तथा उत्तर प्रदेश के भूतपूर्व मुख्यमंत्री तथा मध्य प्रदेश के राज्यपाल।
1955 – आनंद महिंद्रा – भारत के प्रसिद्ध उद्योगपति तथा व्यपारी हैं।
1888 – प्रफुल्लचंद चाकी – स्वतन्त्रता सेनानी।
1940 – अरविन्द दवे – भारत की गुप्तचर एजेंसी ‘रिसर्च एण्ड एनालिसिस विंग’ (रॉ) निदेशक रहे हैं।
1910 – निरंजन नाथ वांचू – वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी तथा केरल और मध्य प्रदेश के भूतपूर्व राज्यपाल।
1913 – बलराज साहनी- प्रसिद्ध हिन्दी फ़िल्म अभिनेता
1909 – महामाया प्रसाद सिन्हा – भारतीय राजनीतिज्ञ और जल क्रांति दल के राजनेता थे।
1920 – मन्ना डे, प्रसिद्ध गायक।
1922 – मधु लिमये – भारतीय राजनीतिज्ञ और समाजवादी आंदोलन के नेताओं में से एक थे।
1927 – श्याम लाल यादव – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राजनीतिज्ञ थे।
1927 – नामवर सिंह – हिन्दी के प्रसिद्ध कवि एवं समकालीन आलोचक।
1926 – बाबा इकबाल सिंह – किंगरा सिक्ख समुदाय के एक भारतीय सामाजिक-आध्यात्मिक नेता थे।
1932 – एस. एम. कृष्णा – भारतीय राजनीतिज्ञ।
1951 – रमेश भाई, समाज सुधारक एवं सर्वोदय आश्रम टडियांवा के संस्थापक।
1960 – जगदीश व्योम – भारत के समकालीन कवि एवं लेखक।
1872 – वजीर हसन – प्रमुख राष्ट्रवादी मुस्लिम नेता।
1632 – हंबीरराव मोहिते – मराठा साम्राज्य के सेनापति थे।
क्या गुजरात और महाराष्ट्र के विभाजन के पीछे का कारण क्या था?गुजरात और महाराष्ट्र के विभाजन में राजनीतिक, सामाजिक, और सांस्कृतिक विवाद शामिल थे, जिनमें भाषा, समाज, और सांस्कृतिक असमानता भी शामिल थी।
क्या विभाजन का असर आज भी महसूस किया जा रहा है?हां, विभाजन का असर आज भी महसूस किया जा रहा है, खासकर राजनीतिक और सामाजिक रूप से।
विभाजन का संवैधानिक प्रक्रिया क्या थी?गुजरात और महाराष्ट्र का विभाजन 1960 में महाराष्ट्र राज्य और गुजरात राज्य का गठन करके हुआ था।
क्या इस विभाजन में राजनीतिक पक्षपात था?हां, इस विभाजन में राजनीतिक पक्षपात भी था, जिसका असर विभाजन प्रक्रिया पर पड़ा।
गुजरात और महाराष्ट्र के बाद अन्य राज्यों में भी विभाजन हुआ क्या?हां, इसके बाद अन्य राज्यों में भी विभाजन हुआ, जैसे कि मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, और आंध्र प्रदेश।
क्या है मजदूर दिवस?मजदूर दिवस एक मजदूरों और लेबर क्षेत्र के लोगों के लिए महत्वपूर्ण दिन है, जिसमें उनके हक की लड़ाई और उनके काम की गुणवत्ता के लिए अधिकार की मांग की जाती है।
कब और कैसे शुरू हुआ मजदूर दिवस?मजदूर दिवस की शुरुआत 1 मई 1886 को अमेरिका के शिकागो शहर में हजारों मज़दूरों द्वारा हड़ताल के रूप में की गई।
मजदूर दिवस का महत्व क्या है?मजदूर दिवस का महत्व है कि यह मजदूरों के हक की लड़ाई को अग्रणी बनाता है और उनके लिए अधिक उत्तरदायित्व और सुरक्षा की मांग करता है।
भारत में एक मई का इतिहास क्या है?भारत में एक मई को महाराष्ट्र और गुजरात के राज्य बनने का इतिहास है, जो 1960 में हुआ।
एक मई का अलगाव किसने किया था?महाराष्ट्र और गुजरात के अलगाव की घटना भारतीय राजनीति में राज्यों के गठन की दृष्टि से महत्वपूर्ण रही है।
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