Viral Video : क्या आपने बड़नगर के बुद्धेश्वरधाम महादेव मंदिर के 51 लाख रुपए से श्रृंगार के बारे में सुना है? यह वीडियो आपको हैरान कर देगा!
उज्जैन ,बड़नगर के बुद्धेश्वरधाम महादेव मंदिर में 51 लाख रुपए के नोटों से अद्भुत श्रृंगार की गई है। इस मंदिर का पुजारी महेश शर्मा ने बताया कि इस बार महाशिवरात्रि के मेले के दौरान नोटों से श्रृंगार की गई है, जिसमें 1 से 500 रुपए के नोट शामिल हैं।
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इस खबर की महत्वपूर्ण बातें
- महादेव मंदिर में 51 लाख रुपए के नोटों से श्रृंगार किया गया
- ब्राजील के मंदिर में नोटों से हो रहा है महादेव का शानदार श्रृंगार!
- सुरक्षा के बिना, मंदिर में नोटों से हो रहा है श्रृंगार – क्या यह धार्मिकता की नई ऊंचाई है?
बड़नगर के बुद्धेश्वरधाम महादेव मंदिर में नोटों से श्रृंगार की खबर शहर से 52 किलोमीटर दूर बड़नगर में एक अद्वितीय उत्सव की तरह हलचल मचा रही है। यहां के पुजारी, पंडित महेश शर्मा ने बताया कि महाशिवरात्रि मेले के दौरान मंदिर को अभिभावकों के द्वारा दिए गए 51 लाख रुपए के नोटों से सजाया गया है। यह ऐतिहासिक प्रथा मंदिर के साथ जुड़ी अनूठी अनुभव का हिस्सा बन चुकी है।
पिछले चार वर्षों से मंदिर को महाशिवरात्रि मेले के समय नोटों से श्रृंगारित किया जा रहा है। 2021 में 7 लाख, 2022 में 11 लाख, 2023 में 21 लाख रुपए के नोटों से श्रृंगार किया गया था, जिससे यह प्रथा लगातार बढ़ रही है। पंडित महेश शर्मा ने बताया कि इस बार की रकम 51 लाख रुपए है, जो सभी धार्मिक समूहों द्वारा समर्थित है।
मंदिर के परिसर में रुपए लेने वालों की भक्ति और विश्वास की गहरी झलक नजर आ रही है। श्रद्धालुओं ने इस महत्वपूर्ण समर्थन के माध्यम से 51 लाख रुपए का संग्रह किया है।
हालांकि, इस प्रकार के धार्मिक उत्सव में सुरक्षा का प्रबंधन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, लेकिन इस मंदिर में किसी भी प्रकार का सुरक्षा प्रबंधन नहीं है। पंडित महेश शर्मा ने बताया कि न तो कोई सुरक्षाकर्मी हैं और न ही पुलिस, जो इस अव्यवस्था को और भी गहरा बना देता है। इसके बावजूद, लोगों का आत्मविश्वास और धार्मिकता में विश्वास इस उत्सव को सफल बना रहा है।
मंदिर में दर्शन का समय सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक रहता है, जबकि श्रृंगार का आनंद शाम को 5 से रात 11 बजे तक लिया जा सकता है। आगे भविष्य में इस तरह के उत्सव में अधिक सुरक्षा व्यवस्था का प्रबंधन किया जाना चाहिए, ताकि धार्मिकता की यह नई ऊंचाई अधिक सुरक्षित रूप से मनाई जा सके।
पूछे जाने वाले प्रश्न
- मंदिर में दर्शन का समय क्या है? मंदिर में दर्शन का समय सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक है।
- क्या मंदिर में श्रृंगार का आनंद दिन में भी लिया जा सकता है? हां, मंदिर में श्रृंगार का आनंद दिन के समय भी लिया जा सकता है, जिसका समय सुबह 5 बजे से रात 11 बजे तक है।
- क्या मंदिर में किसी प्रकार का सुरक्षा प्रबंधन है? नहीं, मंदिर में किसी भी प्रकार का सुरक्षा प्रबंधन नहीं है।
- क्या धर्मिक उत्सव के दौरान भोजन की व्यवस्था है? हां, धर्मिक उत्सव के दौरान मंदिर में भोजन की व्यवस्था होती है।
- क्या मंदिर में पार्किंग की सुविधा है? हां, मंदिर में पार्किंग की सुविधा उपलब्ध है।
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