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Ujjain Mahakal Mandir के गर्भगृह में आग से झुलसे सेवक की मौत, 15 दिन बाद मुंबई के अस्पताल में हुई।

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Ujjain Mahakal Mandir के गर्भगृह में आग से झुलसे सेवक की मौत, 15 दिन बाद मुंबई के अस्पताल में हुई।

Ujjain Mahakal Mandir में होली के त्योहार के दिन लगी आग के हादसे में एक सेवक सत्यनारायण सोनी की मौत हो गई। उन्हें हादसे के बाद करीब 15 दिनों तक इलाज के दौरान रहा गया था, लेकिन उनकी स्थिति बिगड़ गई और मुंबई के अस्पताल में उनकी मौत हो गई। यह हादसा महाकाल मंदिर में होली के अवसर पर गुलाल फेंके जाने के दौरान हुआ, जिससे आग फैल गई और कई लोगों को घायल कर दिया गया।

Ujjain Mahakal Mandir के गर्भगृह में आग से झुलसे सेवक की मौत, 15 दिन बाद मुंबई के अस्पताल में हुई।
Ujjain Mahakal Mandir के गर्भगृह में आग से झुलसे सेवक की मौत, 15 दिन बाद मुंबई के अस्पताल में हुई।

इस खबर की महत्वपूर्ण बातें

  1. उज्जैन महाकाल मंदिर: आग हादसे के बाद सेवक की मौत, अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा
  2. महाकाल मंदिर की आग में हुई मौत, सेवक की दर्दनाक कहानी
  3. होली के बाद आग से झुलसा सेवक, महाकाल मंदिर में उस्तादी और जिम्मेदारी पर विवाद

उज्जैन महाकाल मंदिर की सुंदरता और भक्तों की भीड़ दिन-प्रतिदिन लाखों लोगों को आकर्षित करती है। हालांकि, होली के त्योहार के दिन जो आगी हादसा घटा, वह अत्यंत दुखद और चिंताजनक है। इस हादसे में संगीन चोट लगने वाले सेवक सत्यनारायण सोनी को इलाज के दौरान मुंबई के अस्पताल में दम तोड़ दिया।

हादसे का मुख्य कारण गुलाल फेंकने के समय आग की फूंक गिरना था, जिससे अचानक आग फैल गई और अनेक लोगों को घायल कर दिया गया। इस हादसे के बाद, सतर्कता बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं और इसकी मजिस्ट्रियल जांच का आदेश भी जारी किया गया है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हादसे की जानकारी मिलते ही कार्यक्रम स्थगित कर उज्जैन की ओर रवाना हो गए और घायलों के स्वास्थ्य का निरीक्षण किया। उन्होंने घायलों के परिवारों को सहायता देने का भी ऐलान किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मुख्यमंत्री से इस हादसे के संबंध में चर्चा की और घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य होने की प्रार्थना की। वह इस दुखद घटना में प्रभावित लोगों के परिवारों के साथ हैं।

उज्जैन महाकाल मंदिर के निर्माण की कहानी उसके ऐतिहासिक महत्व के साथ-साथ धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी उत्कृष्ट है। इसलिए, इस प्रकार की हादसों से सुरक्षित रहना और संगीत बनाए रखना हमारी जिम्मेदारी है।

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