Tehri Garhwal Loksabha Chunav 2024 ,टिहरी गढ़वाल की जनसंख्या 6 लाख से अधिक है, जहां प्रति वर्ग किलोमीटर 170 लोग रहते हैं। क्षेत्र में पर्यटन, शिक्षा, और राजनीति की खासियत है।

Tehri Garhwal Loksabha Chunav 2024 : जानिए टिहरी गढ़वाल के रोमांचक पर्यटन स्थल और इतिहास
Tehri Garhwal Loksabha Chunav 2024 : जानिए टिहरी गढ़वाल के रोमांचक पर्यटन स्थल और इतिहास

इस खबर की महत्वपूर्ण बातें

  1. “टिहरी गढ़वाल: जनगणना, पर्यटन और राजनीतिक परिदृश्य पर एक नज़र”
  2. “टिहरी गढ़वाल: एक अनोखी जगह जहां तीन पापों को धोने का दावा!”
  3. “क्या टिहरी गढ़वाल में बदलाव के लिए तैयार है कांग्रेस?”

टिहरी गढ़वाल (Tehri Garhwal) एक ऐसा क्षेत्र है जहां 6 लाख से ज्यादा लोग निवास करते हैं, और जनसंख्या घनत्व प्रति वर्ग किलोमीटर 170 है। यह क्षेत्र साक्षरता में भी प्रगति कर रहा है, जहां 76.36% साक्षरता दर है। पुरुषों की साक्षरता 89.76% है, जबकि महिलाओं की साक्षरता 64.28% है।

टिहरी और गढ़वाल के नामों से मिलकर इस क्षेत्र का नाम टिहरी गढ़वाल रखा गया है। ‘टिहरी’ का मतलब तीन पापों को धोने वाली जगह है, जबकि ‘गढ़’ का मतलब किला होता है। टिहरी गढ़वाल 1949 में उत्तर प्रदेश का एक जिला बना, बाद में 1960 में इसकी तहसील उत्तरकाशी अलग होकर नया जिला बन गई।

इस क्षेत्र के प्रमुख पर्यटन स्थलों में देवप्रयाग और धनोल्टी शामिल हैं। देवप्रयाग में भागीरथी और अलकनंदा नदियों का संगम होता है, जो गंगा नदी का निर्माण करती है। धनोल्टी प्राकृतिक सौंदर्य और शांत माहौल के लिए जाना जाता है, जो पर्यटकों को आकर्षित करता है।

राजनीतिक परिदृश्य की बात करें तो, टिहरी गढ़वाल में दोनों प्रमुख दल कांग्रेस और बीजेपी के बीच संघर्ष होता रहा है। पिछले चुनावों में माला राज्य लक्ष्मी शाह ने बीजेपी की ओर से जीत हासिल की। उनकी लगातार जीत इस बात की ओर इशारा करती है कि बीजेपी ने इस क्षेत्र में अपनी स्थिति मजबूत कर ली है।

पूछे जाने वाले प्रश्न

  1. टिहरी गढ़वाल की कुल जनसंख्या कितनी है? टिहरी गढ़वाल की जनसंख्या 6 लाख से ज्यादा है।
  2. टिहरी गढ़वाल के प्रमुख पर्यटन स्थल कौन से हैं? देवप्रयाग और धनोल्टी टिहरी गढ़वाल के प्रमुख पर्यटन स्थल हैं।
  3. क्षेत्र में साक्षरता दर कितनी है? क्षेत्र में साक्षरता दर 76.36% है, जिसमें पुरुषों की साक्षरता 89.76% है और महिलाओं की 64.28%।
  4. टिहरी गढ़वाल में किस राजनीतिक दल का प्रभाव है? टिहरी गढ़वाल में बीजेपी और कांग्रेस दोनों दलों का प्रभाव है, लेकिन हाल ही में बीजेपी का दबदबा रहा है।
  5. टिहरी गढ़वाल का नाम कैसे पड़ा? टिहरी गढ़वाल का नाम ‘टिहरी’ और ‘गढ़वाल’ दो नामों को मिलाकर पड़ा है, जिसमें ‘टिहरी’ का मतलब तीन पापों को धोने वाली जगह है और ‘गढ़’ का मतलब किला।

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