आज, 02 अक्टूबर 2024 को उज्जैन के श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग (Shri Mahakaleshwar Jyotirling) में विशेष श्रृंगार और भस्म आरती का आयोजन हुआ। यह अनुष्ठान शिव भक्तों के लिए अद्वितीय अवसर प्रदान करता है, जहां वे भगवान महाकाल के दिव्य श्रृंगार और भस्म आरती के अद्भुत दर्शन कर सकते हैं।
आज के श्रृंगार और भस्म आरती की महत्वपूर्ण बातें
- “अविश्वसनीय! महाकालेश्वर में आज की दिव्य भस्म आरती और श्रृंगार आपको चौंका देंगे!”
- “दुर्लभ! महाकालेश्वर में 02 अक्टूबर का अद्वितीय श्रृंगार और भस्म आरती मिस न करें!”
- “02 अक्टूबर 2024: महाकालेश्वर की दिव्य भस्म आरती आपको मंत्रमुग्ध कर देगी!”
श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग (Shri Mahakaleshwar Jyotirling), जो उज्जैन में स्थित 12 प्रमुख ज्योतिर्लिंगों में से एक है, आज, 02 अक्टूबर 2024 को एक विशेष श्रृंगार और भस्म आरती (Bhasma Aarti) का आयोजन कर रहा है। यह अनुष्ठान भगवान शिव के भक्तों के लिए अत्यंत पवित्र और विशिष्ट है, जिसमें श्रद्धालु महाकाल के भव्य श्रृंगार और भस्म आरती का अनुभव कर सकते हैं।
भगवान महाकाल के इस विशेष श्रृंगार और भस्म आरती में हिस्सा लेना हर शिव भक्त के लिए एक दिव्य अनुभव होता है। आज के दिन मंदिर को विशेष रूप से सजाया गया है, और सुबह की आरती के बाद भगवान महाकाल का श्रृंगार (Shringar) किया गया, जिसमें रुद्राभिषेक के बाद भगवान को सोने और चांदी के आभूषणों से सजाया गया। यह श्रृंगार दर्शन (Shringar Darshan) भक्तों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह भगवान शिव के रुद्र रूप के दर्शन कराता है।
इसके बाद, प्रसिद्ध भस्म आरती (Bhasma Aarti) का आयोजन हुआ, जिसमें भगवान महाकाल को ताजा भस्म से अभिषेक किया गया। यह आरती सुबह के समय की जाती है, और इसे एक अत्यधिक पवित्र अनुष्ठान माना जाता है। केवल कुछ चुने हुए श्रद्धालुओं को इस अनुष्ठान में प्रवेश मिलता है, जिससे इसका महत्व और भी बढ़ जाता है। भस्म आरती का यह दर्शन भगवान महाकाल के प्रति भक्तों की आस्था को और भी प्रगाढ़ करता है।
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का महत्व
श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग (Shri Mahakaleshwar Jyotirling) का इतिहास अत्यंत प्राचीन है और यह मंदिर हिंदू धर्म में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के रुद्र रूप का प्रतीक है, जो संहार और पुनर्जन्म का प्रतीक माना जाता है। उज्जैन का यह मंदिर अपनी विशेष भस्म आरती के लिए विश्वप्रसिद्ध है। यहां की भस्म आरती को देखने के लिए हर साल लाखों श्रद्धालु आते हैं। भस्म आरती के दौरान भगवान शिव की प्रतिमा को ताजे भस्म से सजाया जाता है, जो जीवन और मृत्यु के बीच के संबंध को दर्शाता है।
भक्तों के लिए विशेष संदेश
आज, 02 अक्टूबर 2024 का दिन भक्तों के लिए अत्यंत शुभ माना गया है। हजारों श्रद्धालु श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग में भगवान शिव के दर्शन के लिए उज्जैन पहुंचे हैं। इस दिन का विशेष श्रृंगार और भस्म आरती दर्शन भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने का अनोखा अवसर प्रदान करता है। भक्तों का मानना है कि इस दिन के दर्शन से उन्हें जीवन में आध्यात्मिक उन्नति प्राप्त होगी और उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होंगी।
महाकालेश्वर मंदिर का भव्य श्रृंगार
महाकालेश्वर मंदिर का श्रृंगार दर्शन हर भक्त के लिए एक अद्वितीय अनुभव होता है। इस श्रृंगार में भगवान शिव को रुद्राभिषेक के बाद विभिन्न आभूषणों और वस्त्रों से सजाया जाता है। इस विशेष श्रृंगार में सोने, चांदी और अन्य कीमती धातुओं के आभूषणों का प्रयोग किया जाता है। भगवान महाकाल के इस भव्य श्रृंगार के दर्शन से भक्तों को अत्यंत शांति और प्रसन्नता प्राप्त होती है।
महाकालेश्वर मंदिर की भस्म आरती
भस्म आरती महाकालेश्वर मंदिर का सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठान है। यह आरती सुबह के समय की जाती है, और इसके दौरान भगवान शिव की प्रतिमा का अभिषेक ताजे भस्म से किया जाता है। इस अनुष्ठान का विशेष महत्व है क्योंकि भस्म आरती जीवन और मृत्यु के बीच के संतुलन को दर्शाती है। इस आरती को देखने के लिए हर दिन हजारों श्रद्धालु उज्जैन आते हैं।
पूछे जाने वाले प्रश्न
1.महाकाल भस्म आरती का टिकट: भस्म आरती के लिए ऑनलाइन टिकट की कीमत ₹200 है. आप इस आरती के लिए shrimahakaleshwar.com से बुकिंग कर सकते हैं
2.महाकालेश्वर वीआईपी टिकट की कीमत: महाकालेश्वर मंदिर में वीआईपी दर्शन के लिए टिकट की कीमत ₹250 है. इसे आप ऑनलाइन बुकिंग के जरिए प्राप्त कर सकते हैं
3.क्या बिना बुकिंग के भस्म आरती में शामिल हो सकते हैं?: नहीं, भस्म आरती में शामिल होने के लिए बुकिंग अनिवार्य है. आपको उज्जैन पहुँचने से 2-3 दिन पहले या विशेष अवसरों पर 2 महीने पहले बुकिंग करनी चाहिए
4.उज्जैन भस्म आरती बुकिंग कैसे करें?: भस्म आरती की बुकिंग आप महाकालेश्वर की आधिकारिक वेबसाइट shrimahakaleshwar.com से कर सकते हैं. यह बुकिंग आमतौर पर ₹200 में होती है
5.महाकालेश्वर के दर्शन में कितना समय लगता है?: महाकाल मंदिर में दर्शन और पूजा में 1 से 2 घंटे का समय लगता है, विशेष रूप से भस्म आरती के दौरान
6.महाकालेश्वर में क्या चढ़ाया जाता है?: महाकाल ज्योतिर्लिंग पर भस्म चढ़ाने की परंपरा है, जो शिवजी को अत्यंत प्रिय मानी जाती है .
7.महाकाल लोक का टिकट: महाकाल लोक यात्रा के लिए ₹100 का टिकट होता है
8.महाकाल मंदिर का इतिहास: महाकाल मंदिर का इतिहास प्राचीन काल से है और यह उज्जैन में स्थापित है. इसके ज्योतिर्लिंग का वर्णन शिव पुराण में मिलता है
इसे भी पढ़ें-Shri Mahakaleshwar Jyotirling – 30 सितंबर का श्रृंगार और भस्म आरती
उज्जैन से जुड़ी खबरें सबसे पहले महाकालटाइम्स.कॉम पर पढ़ें.
अगर आपको हमारी स्टोरी श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग (Shri Mahakaleshwar Jyotirling) से जुड़े सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के ऊपर दिये गए कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना न भूलें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए MahakalTimes से जुड़े रहें।