Lakhimpur Loksabha Chunav 2024 ,असम का लखीमपुर निर्वाचन क्षेत्र भारतीय राजनीति में एक प्रमुख स्थान रखता है। यह क्षेत्र पिछले कुछ चुनावों में महत्वपूर्ण घटनाओं का केंद्र रहा है और विभिन्न राजनीतिक दलों के लिए एक महत्वपूर्ण रणक्षेत्र साबित हुआ है।

Lakhimpur loksabha chunav 2024 : असम का लखीमपुर क्षेत्र चुनावी महासंग्राम की हर छोटी-बड़ी बात!
Lakhimpur loksabha chunav 2024 : असम का लखीमपुर क्षेत्र चुनावी महासंग्राम की हर छोटी-बड़ी बात!

इस खबर की महत्वपूर्ण बातें

  1. लखीमपुर में राजनीति की महाशक्ति: असम के महत्वपूर्ण निर्वाचन क्षेत्र की झलक
  2. लखीमपुर की राजनीति: एक चुनावी महायुद्ध!
  3. लखीमपुर में चुनावी संग्राम: असम के प्रतिष्ठित निर्वाचन क्षेत्र की कहानी

असम (Assam) के लखीमपुर (Lakhimpur) लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र को भारतीय राजनीति के महत्वपूर्ण केंद्रों में गिना जाता है। यहां के राजनीतिक माहौल ने पिछले कुछ चुनावों में कई बदलावों को देखा है, जिससे यह क्षेत्र विशेष रूप से राजनीतिक महाशक्ति बन गया है। लखीमपुर की विविधता और विभिन्न राजनीतिक दलों के उम्मीदवारों की मौजूदगी इसे असम में एक महत्वपूर्ण रणक्षेत्र बनाती है।

2019 के लोकसभा चुनाव में, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदान बरुआ ने 7,76,406 वोटों से जीत हासिल की। उनके प्रतिद्वंद्वी, कांग्रेस के अनिल बोरगोहेन, 4,25,855 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर रहे। इसके अलावा, अन्य दलों के उम्मीदवारों में भी प्रतिस्पर्धा रही, जिनमें भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के अरूप कलिता 13,378 वोटों के साथ शामिल थे।

नाम पार्टी वोट विजेता पार्टी का वोट % जीत अंतर %
प्रदान बरूआ BJP 776406 60.5% 27.3%

अन्य उम्मीदवार

नाम पार्टी वोट
अनिल बोरगोहैन INC 425855
NOTA NOTA 15220
अरूप कलिता CPI 13378
अमिया कुमार हांडिक्वे CPIM 12809
उबैदुर रहमान AJM 8738
दिलीप मोरन ADRP 8285
भूपेन नाराह VPI 5581
प्रभु लाल वैष्णव IND 4866
आर.आन्बुचेजियन NCP 4527
हेम कंटा मिरी SUCI(C) 4034
अंबाज उद्दिन IND 3890

 

2014 के लोकसभा चुनाव में, लखीमपुर से बीजेपी के सर्वानंद सोनोवाल ने जीत हासिल की। बाद में, 2016 के विधानसभा चुनावों में उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद, उन्होंने लखीमपुर लोकसभा सीट छोड़ दी। उपचुनाव में बीजेपी ने प्रधान बरुआ को मैदान में उतारा, जिन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी रानी नाराह को 2,92,138 वोटों के अंतर से हराया।

लखीमपुर के आगामी चुनावों पर नजर रखते हुए, इस क्षेत्र में राजनीतिक दलों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखी जा सकती है। मतदाताओं की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए, उम्मीदवारों को अपनी रणनीतियों को और अधिक परिष्कृत करना होगा। यह निश्चित है कि लखीमपुर की राजनीति आने वाले समय में भी भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती रहेगी।

पूछे जाने वाले प्रश्न

  1. लखीमपुर लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र क्यों महत्वपूर्ण है? लखीमपुर भारतीय राजनीति में एक प्रमुख स्थान रखता है क्योंकि यह असम का एक महत्वपूर्ण और विविध क्षेत्र है, जिससे विभिन्न राजनीतिक दलों के लिए यह एक महत्वपूर्ण रणक्षेत्र बनता है।
  2. 2019 के चुनाव में किसकी जीत हुई? 2019 के लोकसभा चुनाव में, बीजेपी के प्रदान बरुआ ने जीत हासिल की थी।
  3. 2014 में लखीमपुर से कौन जीता था? 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के सर्वानंद सोनोवाल ने जीत हासिल की थी।
  4. 2016 के उपचुनाव में किसने विजय प्राप्त की? 2016 के उपचुनाव में, बीजेपी के प्रधान बरुआ ने कांग्रेस प्रत्याशी रानी नाराह को हराया था।
  5. लखीमपुर के आगामी चुनावों में कैसी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी? लखीमपुर के आगामी चुनावों में विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिल सकती है, क्योंकि यह क्षेत्र असम में एक महत्वपूर्ण निर्वाचन क्षेत्र है।

इसे भी पढ़ें –Dibrugarh Loksabha Chunav 2024 : डिब्रूगढ़ में कौन जीतेगा? कांग्रेस की वापसी या भाजपा की स्थिरता?

हिंदी में  Lok Sabha Elections 2024 से जुड़ी खबरें सबसे पहले महाकालटाइम्स.कॉम पर पढ़ें.

अगर आपको हमारी स्टोरी से जुड़े सवाल हैं, तो आप हमें आर्टिकल के नीचे दिये गए कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। हम आप तक सही जानकारी पहुंचाने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आपको स्टोरी अच्छी लगी है, तो इसे अपने सोशल मीडिया हैंडल पर शेयर करना न भूलें। ऐसी ही अन्य स्टोरी पढ़ने के लिए महाकालटाइम्स जुड़े रहें।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here