- कलियाबोर, असम: एक प्राकृतिक और ऐतिहासिक नगर
- कलियाबोर: असम का रहस्यमय और धार्मिक गहना
- कांग्रेस बनाम बीजेपी: क्या यहाँ का सत्ता धरातल पलट रहा है?
कलियाबोर, असम का एक महत्वपूर्ण उपनगर है जो प्राचीन काल से ही अपने ऐतिहासिक महत्व और पर्यटन स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। यह नगर अहोम युग के दौरान बोरफुकन्स का मुख्यालय था और अब भी इसका ऐतिहासिक विरासत साक्षात्कार करने के लिए पर्यटक यहाँ आते हैं।
कलियाबोर के पास कई धार्मिक और प्राकृतिक पर्यटन स्थल हैं, जिनमें भराली नामघर, कामाख्या मंदिर, और हातिमुरा दुर्गा मंदिर शामिल हैं। ये स्थल दर्शनीय हैं और पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए प्रसिद्ध हैं।
राजनीतिक दृष्टिकोण से भी, कलियाबोर अधिकांश वक्ताओं के ध्यान का केंद्र रहा है। इस सीट से कांग्रेस के गौरव गोगोई ने 2019 में जीत दर्ज की थी, जबकि असम गण परिषद के मोनी माधब महंत दूसरे नंबर पर रहे थे।
नाम |
पार्टी |
वोट |
जीतने वाली पार्टी का वोट % |
विजय का अंतर % |
गौरव गोगोई |
कांग्रेस |
7,86,092 |
55.2% |
14.8% |
अन्य उम्मीदवार
नाम |
पार्टी |
वोट |
मोनि मधब महंता |
एजीपी |
5,76,098 |
श्री जितेन गोगोई |
स्वतंत्र |
18,344 |
नोटा |
नोटा |
15,913 |
अब्दुल अजीज |
एनपीईपी |
9,903 |
श्री भास्कर सरमाह |
स्वतंत्र |
7,355 |
श्री दिगंत कुमार साइकिया |
हिन्दू नेता |
5,712 |
मोहम्मद हरिकुल इस्लाम भुयां |
एजेएम |
5,270 |
कांग्रेस और असम गण परिषद के बीच की राजनीतिक जंग इस सीट के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस चुनाव में गोगोई परिवार की वापसी ने राजनीतिक वातावरण में बदलाव लाया है और वे अपने परिवार की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं।
कलियाबोर के राजनीतिक इतिहास में गोगोई परिवार का बड़ा योगदान रहा है। 2014 में भी, गौरव गोगोई ने लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी और इस तरीके से उन्होंने अपने पिता तरुण गोगोई की विरासत को जारी रखा।
कुल मिलाकर, कलियाबोर न केवल अपने पर्यटन स्थलों के लिए जाना जाता है, बल्कि यहाँ का राजनीतिक इतिहास भी उत्कृष्ट है। गोगोई परिवार की राजनीतिक प्रतिष्ठा को ध्यान में रखते हुए, यहाँ की राजनीति आमतौर पर उत्तेजनादायक होती है।