Kairana Loksabha Chunav 2024 , कैराना लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र उत्तर प्रदेश में महत्वपूर्ण चुनावी मैदान है। यह क्षेत्र राजनीतिक रूप से जाट, मुस्लिम, और SC-ST वोटरों के संघर्ष का गढ़ है। यहां के चुनावी नतीजे राज्य और देश की राजनीति को प्रभावित करते हैं।

Kairana Loksabha Chunav 2024 : कैराना में पलायन की कहानी: कैसे गैंगस्टर ने हिंदू परिवारों को बाहर किया?
Kairana Loksabha Chunav 2024 : कैराना में पलायन की कहानी: कैसे गैंगस्टर ने हिंदू परिवारों को बाहर किया?

इस खबर की महत्वपूर्ण बातें

  1. कैराना लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र का राजनीतिक इतिहास
  2. कैराना में राजनीति की उठापटक: मुस्लिम, जाट, SC-ST वोट बैंक के संघर्ष
  3. कैराना का विवादास्पद इतिहास: पलायन से लेकर सत्ता संघर्ष तक

कैराना(Kairana) लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र उत्तर प्रदेश के प्रमुख राजनीतिक क्षेत्रों में से एक है। यह क्षेत्र 1962 में अस्तित्व में आया और शामली जिले की पांच विधानसभाओं का प्रतिनिधित्व करता है। मुस्लिम, जाट, और SC-ST मतदाताओं का प्रभाव इस क्षेत्र के चुनावी नतीजों पर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है। इस क्षेत्र का राजनीतिक इतिहास विविधता भरा है, जिसमें सोशलिस्ट पार्टी, जनता पार्टी, कांग्रेस, और भाजपा ने समय-समय पर जीत हासिल की है।

कैराना का चुनावी परिदृश्य जाट और मुस्लिम वोटरों से प्रभावित रहा है। 2018 के उपचुनाव में विपक्ष ने एकता दिखाते हुए भाजपा के खिलाफ रालोद की तबस्सुम हसन को उतारा, जिन्होंने भाजपा की मृगांका सिंह को हराया था। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रदीप चौधरी ने जीत हासिल की, जबकि सपा की तबस्सुम हसन को हार का सामना करना पड़ा।

कैराना के विवादास्पद इतिहास में 2014-16 के दौरान हिंदू परिवारों के पलायन की कहानी प्रमुखता से सामने आई। यह प्रवास गैंगस्टर ‘मुकीम काला’ की धमकियों के कारण हुआ था। राजनीतिक दृष्टि से कैराना क्षेत्र की महत्वता और उसकी जातीय और धार्मिक विविधता, यहां के चुनावों को विशेष रूप से रोचक बनाती है।

पूछे जाने वाले प्रश्न

  1. कैराना का राजनीतिक महत्व क्यों है? कैराना उत्तर प्रदेश के प्रमुख चुनावी क्षेत्रों में से एक है, जहां जातीय और धार्मिक विविधता के कारण चुनावी परिणाम महत्वपूर्ण हैं।
  2. कैराना में उपचुनाव कब हुए थे? कैराना में मई 2018 में उपचुनाव हुए थे।
  3. कैराना के पलायन का कारण क्या था? मीडिया सूत्रों के अनुसार, कैराना में पलायन गैंगस्टर ‘मुकीम काला’ की धमकियों के कारण हुआ था।
  4. 2019 के लोकसभा चुनाव में कैराना सीट पर किसने जीत हासिल की? 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के प्रदीप चौधरी ने जीत हासिल की थी।
  5. कैराना में विपक्ष ने किस फॉर्मूले के तहत उम्मीदवार उतारा? विपक्ष ने गोरखपुर-फूलपुर फॉर्मूले के तहत रालोद की तबस्सुम हसन को उम्मीदवार बनाया था।

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