IIT Mandi ने म्यूजिक और म्यूसोथेरेपी में MS और PhD प्रोग्राम लॉन्च किए हैं। इच्छुक उम्मीदवार आवेदन कर सकते हैं।
इस खबर की महत्वपूर्ण बातें
- IIT मंडी ने म्यूजिक और म्यूसोथेरेपी में MS और PhD प्रोग्राम किए लॉन्च – आवेदन करें
- IIT मंडी का नया कदम: संगीत और म्यूसोथेरेपी में उच्च शिक्षा के लिए मौके, जानें कैसे करें आवेदन
- विवादित पहल: IIT मंडी का संगीत और म्यूसोथेरेपी में नए प्रोग्राम्स का अनावरण, क्या यह सही दिशा है?
भारत के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान, IIT Mandi ने एक अद्वितीय पहल करते हुए म्यूजिक और म्यूसोथेरेपी में MS और PhD प्रोग्राम्स की शुरुआत की है। यह प्रोग्राम्स उन छात्रों के लिए हैं जो संगीत के क्षेत्र में गहराई से अध्ययन करना चाहते हैं और इसके उपचारात्मक पहलुओं का ज्ञान प्राप्त करना चाहते हैं।
कार्यक्रम की विशिष्टता
IIT मंडी का यह कदम अन्य IIT संस्थानों से काफी अलग है, जहां विज्ञान और तकनीकी शिक्षा पर जोर दिया जाता है। म्यूजिक और म्यूसोथेरेपी के प्रोग्राम्स के तहत छात्रों को संगीत के सिद्धांतों के साथ-साथ इसके चिकित्सीय उपयोग की भी जानकारी दी जाएगी। यह कार्यक्रम संगीत की शक्ति को पहचानने और उसे उपचारात्मक तरीकों में बदलने का अवसर प्रदान करेगा।
कार्यक्रम के उद्देश्य
- उच्च शिक्षा में विविधता: यह प्रोग्राम्स संगीत और म्यूसोथेरेपी के क्षेत्र में उच्च शिक्षा की नई दिशा प्रदान करते हैं।
- चिकित्सीय संगीत का अध्ययन: छात्रों को संगीत के चिकित्सीय उपयोग के विभिन्न पहलुओं को समझने का मौका मिलेगा।
- अनुसंधान के अवसर: PhD प्रोग्राम के तहत छात्रों को म्यूसोथेरेपी के क्षेत्र में गहन अनुसंधान करने का अवसर मिलेगा।
आवेदन प्रक्रिया
इच्छुक उम्मीदवार IIT मंडी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन है और छात्रों को अपनी योग्यता और अनुभव के आधार पर आवेदन करना होगा। आवेदन की अंतिम तिथि और अन्य विवरण वेबसाइट-www.iitmandi.ac.in पर उपलब्ध हैं।
योग्यताएं और मानदंड
- MS प्रोग्राम: उम्मीदवारों के पास संगीत या संबंधित क्षेत्र में स्नातक डिग्री होनी चाहिए।
- PhD प्रोग्राम: उम्मीदवारों के पास संगीत या म्यूसोथेरेपी में मास्टर डिग्री होनी चाहिए, साथ ही अनुसंधान के क्षेत्र में अनुभव होना चाहिए।
विशेषज्ञों की राय
IIT मंडी के निदेशक प्रोफेसर लखबीर सिंह ने इस पहल को शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है। उनके अनुसार, “संगीत के चिकित्सीय गुणों का अध्ययन आज की दुनिया में अत्यंत प्रासंगिक है। यह प्रोग्राम्स छात्रों को संगीत के गहन अध्ययन और इसके चिकित्सीय उपयोग की दिशा में एक नई राह प्रदान करेंगे।”
संक्षेप में
IIT मंडी के इस कदम ने शिक्षा के क्षेत्र में एक नई दिशा की शुरुआत की है। यह प्रोग्राम्स संगीत और म्यूसोथेरेपी के क्षेत्र में उच्च शिक्षा के लिए नए अवसर प्रदान करते हैं। छात्रों के लिए यह एक सुनहरा मौका है कि वे अपने करियर को एक नई ऊंचाई पर ले जाएं और संगीत के उपचारात्मक गुणों का गहराई से अध्ययन करें।
पूछे जाने वाले प्रश्न
- IIT मंडी ने कौन से नए प्रोग्राम्स लॉन्च किए हैं?IIT मंडी ने म्यूजिक और म्यूसोथेरेपी में MS और PhD प्रोग्राम्स लॉन्च किए हैं।
- इन प्रोग्राम्स के लिए कौन आवेदन कर सकता है?MS प्रोग्राम के लिए संगीत या संबंधित क्षेत्र में स्नातक डिग्री और PhD प्रोग्राम के लिए मास्टर डिग्री और अनुसंधान अनुभव होना चाहिए।
- आवेदन कैसे किया जा सकता है?इच्छुक उम्मीदवार IIT मंडी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
- इस पहल का उद्देश्य क्या है?यह प्रोग्राम्स संगीत और म्यूसोथेरेपी के क्षेत्र में उच्च शिक्षा प्रदान करने और इसके चिकित्सीय उपयोग को समझने के लिए हैं।
- IIT मंडी के निदेशक ने इस पहल के बारे में क्या कहा है?निदेशक प्रोफेसर लखबीर सिंह ने इसे शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है, जो संगीत के चिकित्सीय गुणों का गहन अध्ययन प्रदान करेगा।
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