Bengaluru Rural Loksabha Chunav 2024 ,बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा सीट कर्नाटक की एक महत्वपूर्ण सीट है जहां करीब 24 लाख मतदाता होते हैं। इस सीट पर 2009 में पहला चुनाव लड़ा गया था, जिसमें कर्नाटक के मुख्यमंत्री और जेडीएस नेता एच डी कुमारस्वामी चुनावी जीत हासिल कर चुके थे। इसके बाद से कांग्रेस ने इस सीट पर लगातार 2 बार विजयी होकर इसका प्रभुत्व स्थापित किया है।

Bengaluru rural loksabha chunav 2024 : राजनीतिक दंगल बेंगलुरु ग्रामीण सीट पर उथल-पुथल का दिखा खेल!
Bengaluru rural loksabha chunav 2024 : राजनीतिक दंगल बेंगलुरु ग्रामीण सीट पर उथल-पुथल का दिखा खेल!

इस खबर की महत्वपूर्ण बातें

  1. कांग्रेस की बड़ी जीत: बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा सीट पर
  2. राजनीतिक दंगल: बेंगलुरु ग्रामीण सीट पर उथल-पुथल
  3. क्या बेंगलुरु ग्रामीण सीट ने कांग्रेस को दिया नया संजीवनी?

बेंगलुरु ग्रामीण(Bengaluru Rural) लोकसभा सीट कर्नाटक के राजनीतिक मंच पर अपने आप में महत्वपूर्ण है, जिसमें लगभग 24 लाख मतदाता होते हैं। यह सीट 2008 में परिसीमन के बाद उत्पन्न हुई थी, और 2009 में पहले चुनाव के लिए उसपर मतदान हुआ था, जिसमें कर्नाटक के मुख्यमंत्री और जेडी(एस) नेता एच.डी. कुमारस्वामी चुनावी जीत हासिल कर चुके थे। उसके बाद से, कांग्रेस ने इस सीट पर दो बार लगातार विजय हासिल की है, जिसमें 2013 के उपचुनाव भी शामिल हैं।

इस सीट का महत्व यहाँ तक है कि इसे कनकपुरा लोकसभा सीट के खत्म होने के बाद बनाया गया था। अब तक इस सीट पर कुल 3 चुनाव हुए हैं, जिसमें एक बार जेडी(एस) और 2 बार कांग्रेस को जीत मिली है। इसका इतिहास इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि कनकपुरा सीट के समय से पूर्व प्रधानमंत्री और जेडी(एस) नेता एच.डी. देवगौड़ा ने इस सीट से चुनाव जीता था। पहले से ही इस सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता एम.वी. चंद्रशेखर मूर्ति ने 5 बार सांसद का कार्य किया था।

यह सीट आठ विधानसभा सीटों को शामिल करती है, जिसमें से सात पूर्व कनकपुरा लोकसभा सीट से मिले हैं। नए विधानसभा सीटों के रूप में बेंगलुरु दक्षिण, अनेकल, और राजराजेश्वरीनगर तुमकुर जिले के कुनिगल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र इसमें शामिल हैं।

2019 के चुनाव में, कांग्रेस-जेडी(एस) गठबंधन के उम्मीदवार डीके सुरेश ने बेंगलुरु ग्रामीण सीट पर फिर से विजय प्राप्त की। इसी तरह, 2014 में भी कांग्रेस ने यहाँ से विजय प्राप्त की थी। इससे पहले कांग्रेस के दिग्गज नेता एम.वी. चंद्रशेखर मूर्ति ने इस सीट से 5 बार सांसद का कार्य किया था।

नाम पार्टी वोट विजेता पार्टी का वोट % जीत अंतर %
डी.के. सुरेश कांग्रेस 878258 54.1 % 12.7 %

अन्य उम्मीदवार

नाम पार्टी वोट
आश्वत्थनारायणगौड़ा भाजपा 671388
डॉ. चिन्नप्पा वाय चिक्कहगड़े बीएसपी 19972
नोटा नोटा 12454
मंजुनाथा. एम यूपीजेपी 9889
एन. कृष्णप्पा पीपीओआई 8123
जे.टी. प्रकाश स्वतंत्र 4785
डी एम मदेगौड़ा आरपीएसएन 2801
रघु जनगेरे स्वतंत्र 2490
रामा. टी.सी एसयूसीआई(सी) 2094
वेंकटेशप्पा एसजेपीए 2025
एम.सी. देवराजू स्वतंत्र 2020
बी. गोपाल स्वतंत्र 1859
डॉ। एम वेंकटस्वामी आरपीआई(ए) 1462
एच.टी. चिक्कराजू स्वतंत्र 1362
ईश्वर स्वतंत्र 924

पूछे जाने वाले प्रश्न

  1. 2019 के चुनाव में बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा सीट पर कौन जीता? कांग्रेस के उम्मीदवार डीके सुरेश ने बड़ी जीत हासिल की, जिन्हें 8,78,258 वोट मिले।
  2. बेंगलुरु ग्रामीण सीट का इतिहास क्या है? यह सीट कनकपुरा लोकसभा सीट के खत्म होने के बाद उत्पन्न हुई थी और इसमें दिग्गज नेता जैसे एच.डी. देवगौड़ा और एम.वी. चंद्रशेखर मूर्ति ने अपना कार्य किया है।
  3. कितनी बार कांग्रेस ने बेंगलुरु ग्रामीण सीट पर जीत हासिल की है? कांग्रेस ने बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा सीट पर दो बार लगातार विजय हासिल की है, जिसमें 2013 का उपचुनाव भी शामिल है।
  4. 2014 के चुनाव में बेंगलुरु ग्रामीण सीट पर कौन जीता था? 2014 में, कांग्रेस ने डीके सुरेश के द्वारा बड़ी जीत हासिल की थी।
  5. बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा सीट में कितने विधानसभा सीट शामिल हैं? बेंगलुरु ग्रामीण लोकसभा सीट में आठ विधानसभा सीटें शामिल हैं, जिसमें सात पूर्व कनकपुरा लोकसभा सीट से आई हैं। नए विधानसभा सीटें बेंगलुरु दक्षिण, अनेकल, और राजराजेश्वरीनगर तुमकुर जिले के कुनिगल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से आई हैं।

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